सीबीआई ने घूसखोरी में कस्टम की एडिशनल कमिश्नर और सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार किया।
62 लाख रुपए बरामद।
इंद्र वशिष्ठ
सीबीआई ने घूसखोरी के मामलें मेंं कस्टम विभाग की एडिशनल कमिश्नर और सुपरिटेंडेंट को गिरफ्तार किया है।
सीबीआई के प्रवक्ता आर सी जोशी ने बताया ने 1.30 लाख रुपए की घूसखोरी के मामलें में सीमा शुल्क विभाग की अपर आयुक्त पारुल गर्ग और अधीक्षक धर्मवीर को गिरफ्तार किया गया है।
सीबीआई ने एक शिकायत के आधार पर सीमा शुल्क, अमृतसर (पंजाब) के अधीक्षक धर्मवीर सिंह के विरुद्ध मामला दर्ज किया।
आरोप है कि शिकायतकर्ता (जो कि मण्डी, गोबिन्दगढ़ में साझा फर्म चलाता है एवं कबाड़ के आयात के व्यापार में है) कबाड़ से भरे अपने दो कन्टेनरों को छुड़ाने हेतु अधीक्षक धर्मवीर के पास गया।
अधीक्षक ने 1.50 लाख रुपए की रिश्वत की मांग की और शिकायतकर्ता को बताया कि उक्त रिश्वत राशि अपर आयुक्त, सीमा शुल्क, सानेहवाल के साथ भी साझा की जाएगी। बाद में, रिश्वत राशि घटाकर 1.30 लाख रुपए की गई।
सीबीआई ने जाल बिछाया और अधीक्षक धर्मवीर को 1.30 लाख रुपए की रिश्वत की मांग करने व स्वीकार करने के दौरान रंगे हाथ पकड़ लिया। इस मामले में अपर आयुक्त पारुल गर्ग सीमा शुल्क, लुधियाना की रिश्वत मामलें में कथित रुप से भूमिका सामने आई और उन्हे भी गिरफ्तार किया गया। पारुल गर्ग भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) के 2008 बैच की अफसर हैं।
62 लाख रुपए बरामद-
सीबीआई ने लुधियाना, होशियारपुर, चण्डीगढ़ में दोनो आरोपियों के परिसरों में तलाशी ली। तलाशी के दौरान, अपर आयुक्त पारुल गर्ग के परिसर से 59.40 लाख रुपए नकद और कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए। अधीक्षक धर्मवीर के परिसर से 2.60 लाख रुपए नकद एवं कुछ आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद हुए।
दोनों गिरफ्तार आरोपियों को सीबीआई मामलों के विशेष न्यायाधीश, मोहाली (पंजाब) की अदालत में पेश किया गया।