ईको फ्रेंडली मूर्तियां पाकर खिले गणेश भक्तों के चेहरे
नटराज मंदिर पर निःशुल्क वितरित की गई 501 ईको फ्रेंडली गणेश मूर्ति
अलीगढ। गंगा प्रदूषण से मुक्ति और जलचरों का जीवन बचाने की अनुकरणीय पहल के चलते गंगा सेवा समिति और बाबा बर्फानी भक्त मंडल द्वारा तीसरा ईको फ्रेंडली गणपति मूर्तियों का निःशुल्क वितरण गुरूवार कोे नटराज मंदिर अचलताल पर किया गया। ईको फ्रेंडली मूर्तियां पाकर गणेश भक्तो के चेहरे मुस्कराहट से परिपूर्ण दिखे।
जिसका शुभारम्भ जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह ने करते हुए कहा कि गणेश चतुर्थी से पूर्व मिट्टी, अनाज, पंचगव्य व कैमिकल रहित गणेश जी की मूर्तियों का वितरण कर समाज को अच्छा संदेश दिया जा रहा है। क्योंकि पीओपी, लोहे की सरिया व तार आदि से बनी मूर्तियों से जहां गंगा प्रदूषित होती ही है, वहीं जलचरों को भी नुक्सान पहुंचता है। जबकि मिट्टी व अनाज की मूर्ति से जलचरों का पेट भी भरता है और ग्रहदोष भी शांत होते हैं।
इस दौरान इको फ्रेंडली गणपति मूर्ति के शिल्पकार छोटे लाल को गंगा सेवा समिति व बाबा बर्फानी भक्त मण्डल की ओर से जिला पंचायत अध्यक्ष विजय सिंह, समिति संरक्षक सुरेन्द्र शर्मा, आचार्य सुनील कौशल महाराज, पंकज धीरज, कालीचरन वार्ष्णेय आदि ने सम्मानित किया।
मूर्ति वितरण के दौरान कार्यक्रम संयोजक सुरेन्द्र शर्मा ने बताया कि गणेश चतुर्थी महोत्सव के दौरान पीओपी की गणेश प्रतिमाओं के विपरीत यहां वितरित की जानी वाली ईको फ्रेंडली गणेश मूर्तियों की विदेशों तक धूम मची हुई है। उन्होंने बताया कि तीन वर्ष पूर्व छोटे से रूप में ईको फ्रेंडली गणपति मूर्तियों का निर्माण करा, वितरण शुरू कराया गया था। इस बार 501 मूर्तियों का वितरण किया गया।
निःशुल्क मूर्ति वितरण के दौरान राजाराम मित्र, मनीष शर्मा बिट, अनिल राज गुप्ता,भुवनेश वार्ष्णेय, राधारानी वैष्णव, संजीव मिश्रा, इंजी. विक्रम सिंह, कृष्णा गुप्ता, आचार्य रंजीत कौशिक आदि मौजूद रहे । मूर्ति वितरण की व्यवस्था बजरंगदल के गौरव शर्मा, अमित भारद्वाज, प्रमोद भारद्वाज, जितेन्द्र पंडित, शशांक गुप्ता, कृष्णा, संजीव कुमार, हर्ष कुमार, सोनी आदि ने संभाली।
ज्ञात रहे कि तत्कालीन नगर आयुक्त पटेल ने तीन वर्ष पूर्व ईको फ्रेंडली मूर्ति बनाने वाले छोटेलाल को नगर निगम की ओर से सम्मानित करने की घोषणा की थी, लेकिन तीन साल के बाद भी उन्हें सम्मानित नहीं किया गया।