रेलवे बोर्ड मौजमस्ती में,आग लगे जनरल कोच की बोगी में
– रेलवे मंत्रालय और बोर्ड वंदे भारत की मौजमस्ती में जनता खा रही जनरल बोगी के धक्के
दिल्ली : (योगेश भारद्वाज)भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भले ही बुलेट ट्रेन सहित वंदे भारत के थोक में उदघाटन कर ले। लेकिन भारत की 80 करोड़ गरीब जनता की और उनका ध्यान कतई नही है। कारण साफ है भारत की रेल में गरीबो के लिए जगह ही नही है। क्योंकि ना तो रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने कभी जनरल कोच में सफर किया और ना ही वंदे भारत के उदघाटन प्रेस टूर में शामिल उन पत्रकारों ने जो रेलवे बोर्ड की और से जनता के पैसों पर प्रेस टूर का मजा रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के साथ लूट रहे है। नई दिल्ली से लेकर भारत के किसी भी रेलवे स्टेशन पर मध्यम और गरीब वर्ग की जनता जनरल कोच के बाहर इस कदर गुलामी की दास्तां कह रही है। जैसे कि रेल अंग्रेजों की हो और जनता को सेंकड क्लास के जनरल डिब्बो के लिए छोड़ दिया गया हो। आखिर रेलवे बोर्ड में ये कौन से अधिकारी और सलाहकार बैठे है। जिनको वंदे भारत,बुलेट ट्रेन के अलावा जनरल कोच के 4 डिब्बे नज़र नही आते?रेलवे स्टेशन पर यात्री सुविधा दम तोड़ रही है। वो नज़र नही आती? आखिर कब देश के अंतिम व्यक्ति तक रेल के डिब्बे आएंगे?