प्रवासी भारतीय दिवस में केंद्र के साथ शिवराज सरकार की किरकिरी
– इंदौर के प्रवासी भारतीय दिवस में NRI को बैठने तक को नही मिली सीट
– योगेश भारद्वाज
नई दिल्ली : 2015 से पहले हर वर्ष आयोजित होने वाले प्रवासी भारतीय सम्मेलन PBDको पहले तो 2 साल में एक बार किया गया। उसके बाद अब इस सम्मेलन को अधिकारियों, कर्मचारियों ने अपना पिकनिक सम्मेलन बना लिया। जिसकी कलई आज इंदौर में शिवराज सरकार की मेजबानी में आयोजित PBD में खुल गयी।
यहाँ शिवराज सरकार की मेजबानी में आयोजित प्रवासी भारतीय सम्मेलन PBD का जिस तरह से शिवराज सरकार द्वारा देश के नामी गिरामी अखबारों में करोड़ों का विज्ञापन छपवाकर इसको बहुत ही भव्य दिखाने की कोशिश की गई थी। वो सब दूर के ढोल सुहाने ही साबित हुए। PBD में विदेशी से आये भारतवंशी यहाँ आयोजकों के मिस मेंजमेंट से काफी नाराज दिखे उन्होंने खुद इसका विरोध भरी सभा मे किया और वीडियो बनाकर सोशल मीडिया में डाला।
NRI ने आरोप लगाया कि जब सरकार के पास बैठाने की भी व्यवस्था नही थी । तो फिर NRI को बेवकूफ बनाकर उनका पैसा क्यो खर्च कराया गया। क्या भारत मे ऐसा होगा?हम दुनिया के सामने क्या तस्वीरे पेश कर रहे हैं।
5 हज़ार डेलिगेशन फीस, मीडिया रजिस्ट्रेशन भी PBD की वेबसाइट पर नही था…
आपको बता दे कि इस बार PBD की वेबसाइट पर डेलिगेशन फीस 5 हज़ार रुपये थी। जबकि हर बार मीडिया पंजीकरण निःशुल्क होता था। लेकिन इस बार मीडिया पंजीकरण वेबसाइट पर नही था। बताया गया है शिवराज सरकार और दिल्ली स्थित मप्र स्थानीय आयुक्त ने कुछ जान पहचान वाले ही मीडिया वाले भेजे थे।