एल जी की हठधर्मिता और केजरीवाल की जिद से अफसर बने बौने,दिल्ली सरकार की कई स्कीमों के फंड रोके गए, जनता परेशान
– योगेश भारद्वाज
दिल्ली : राजनीति के वर्चस्व के लिए एल जी दिल्ली और केजरीवाल सरकार की आपसी खींचतान अब एल जी की हठधर्मिता का रूप लेता जा रहा है। पहले यह लड़ाई केंद्र और दिल्ली सरकार के बीच थी। लेकिन अब इस लड़ाई के केंद्र बिंदु दिल्ली के उपराज्यपाल बन चुके है। इसे अब एल जी की हठधर्मिता ही कहा जा सकता है। कि आखिर दिल्ली सरकार की चलती हुई योजनाओं का फंड क्यो रोका जा रहा है। क्योंकि अब इससे सीधा सीधा आम जनता पर फर्क आने लगा है। हालांकि एल जी कार्यालय की और से दिल्ली सरकार के इन आरोपों का खंडन किया गया है। लेकिन सवाल वही है कि जब एल जी खुद दिल्ली के प्रशाशन है तो अधिकारी फिर दिल्ली सरकार के फंड पर क्यो कुंडली मारे हुए है। क्यो दिल्ली सरकार को काम नही करने दे रहे है? यह सवाल भले ही एल जी हाउस को समझ ना आये लेकिन दिल्ली की जनता और देश की जनता के सामने यह छवि काफी दुखद साबित होगी इस तरह के बर्ताब से किस राजनैतिक दल को फायदा होगा और किसको नुकसान ये तो अब आने वाला वक्त ही बताएगा।
बरहाल एल जी और केजरीवाल के बीच इस खींचतान का दिल्ली वालों पर क्या होगा असर….
कई प्रोजेक्ट रुक सकते है जिसमे बिजली,पानी पर भी फर्क होगा
बुजर्गो की पेंशन पर असर होगा
अस्पतालों पर असर होगा
MCD विवाद से भी क्षेत्रो का विकास बाधित हो सकता है।
शिक्षा पर भी असर होगा
राजनैतिक दलों पर क्या होगा असर…
भले ही भाजपा की सोच हो कि इससे केजरीवाल की राजनीति पर असर होगा लेकिन इसका असर भाजपा पर भी उल्टा हो सकता है। क्योंकि आने वाले साल में आम चुनाव है इसका फायदा केजरीवाल बखूबी उठाना जानते है। क्योंकि यह प्रयोग केजरीवाल को पहले भी फायदा पंहुचा चुका है।