पूरी और उज्जैन को छोड़,पूरे देश में 12 अगस्त को होगी श्री कृष्ण जन्माष्टमी,12 बन रहा वृद्धि योग,13 को भी है योग
– पंडित योगेश भारद्वाज
नई दिल्ली : श्री कृष्ण जन्माष्टमीJanmashtami 2020 को लेकर लोगो में भ्रम उत्पन्न हो रहा है। कि श्री कृष्ण जन्माष्टमी 12 अगस्त की है या 13 अगस्त की तो आइए हम आपको बताते है। पंचांग और तिथि के अनुसार कृष्ण जन्माष्टमी का पर्व भाद्रपद मास की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को मनाया जाता है। पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान श्रीकृष्ण का जन्म भाद्रपद मास में अष्टमी तिथि को रोहिणी नक्षत्र में हुआ था। इस बार पंचांग के अनुसार अष्टमी की तिथि 11 अगस्त को प्रात: 09 बजकर 06 मिनट से आरंभ हो रही है। अष्टमी की तिथि 12 अगस्त को प्रात: 11 बजकर 16 मिनट पर समाप्त हो रही है. 11 अगस्त को भरणी और 12 अगस्त को कृतिका नक्षत्र है. इसके बाद रोहिणी नक्षत्र आता है जो 13 अगस्त को रहेगा. इसीलिए कुछ स्थानों पर इस दिन भी जन्माष्टमी का पर्व मनाया जा रहा है। जबकि जगन्नाथ पुरी, बनारस और उज्जैन में कृष्ण जन्माष्टमी 11 अगस्त को मनाई जाएगी. क्योंकि 11 अगस्त से अष्टमी तिथि आरंभ होगी। मथुरा में 12 अगस्त के दिन ही मनाई जाएगी।अधिकतर स्थानों पर 12 अगस्त को ही जन्माष्टमी का पर्व मनाया जाएगा। इस 43 मिनट का पूजा का मुहूर्त है।जो रात्रि 12 बजकर 05 मिनट से 12 बजकर 48 मिनट तक रहेगा. इस मुहूर्त में श्रीकृष्ण जन्म की पूजा कर सकते हैं. यानि कृष्ण जन्मोत्सव का पर्व 12-13 अगस्त की रात में मनाया जाएगा।
12 अगस्त को वृद्धि योग भी है
जन्माष्टमी का पर्व बेहद विशेष है। पंचांग के अनुसार इस दिन वृद्धि योग का निर्माण हो रहा है।
पंडित योगेश भारद्वाज संपर्क सूत्र 8700556271