–
इंद्र वशिष्ठ
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने आतंकियों, बदमाशों और मादक पदार्थ तस्करों के गठजोड़ से जुड़े तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
एनआईए ने आतंकियों, बदमाशों और मादक पदार्थ तस्करों के गठजोड़ को खत्म करने के लिए 17 मई को आठ राज्यों में आपरेशन ध्वस्त चलाया और 324 ठिकानों पर छापे मारे.
लारेंस बिश्नोई का संदेशवाहक-
इसी सिलसिले में एनआईए ने हरियाणा में भिवानी से प्रवीण वाधवा को गिरफ्तार किया है. प्रवीण जेल में बंद लारेंस बिश्नोई समेत अनेक बदमाशों के लिए काम करता है.
कुख्यात बदमाशों से जुड़े दिल्ली के न्यू सीलमपुर के इरफ़ान उर्फ छेनू को गिरफ्तार किया गया है.उसके घर में हथियार बरामद हुए है.
कनाडा में मौजूद आतंकी अर्श डल्ला के लिए काम करने वाले मोगा, पंजाब के जस्सा सिंह को गिरफ्तार किया गया है.
एनआईए को जांच में पता चला है कि प्रवीण वाधवा उर्फ प्रिंस लारेंस बिश्नोई और उसके गिरोह के दीपक उर्फ टीनू और संपत नेहरा आदि के साथ नियमित संपर्क में है.वह उनके लिए जेल के अंदर से विशेष संदेशवाहक का काम करता है.
आतंकी साज़िश में शामिल-
एनआईए को दिल्ली के न्यू सीलमपुर निवासी इरफ़ान उर्फ छेनू की गतिविधियों की जांच में पता चला कि वह कौशल चौधरी और उसके साथी सुनील बाल्यान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और उनके अन्य साथियों की आतंकी साजिशों में शामिल है.
एनआईए को खालिस्तानी आतंकी साज़िश मामले में जस्सा सिंह की भूमिका मिली है. आतंकी अर्श डल्ला के कहने पर जस्सा सिंह ने एक पिस्तौल भी सौंपी थी.
आपरेशन ध्वस्त-
आपरेशन ध्वस्त के दौरान एनआईए ने 129, पंजाब पुलिस ने 143 और हरियाणा पुलिस ने 52 स्थानों पर छापे मारे. छापेमारी में 39 लाख रुपए, हथियार, दस्तावेज बरामद हुए है. कई संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया गया है.
आतंकी गठजोड़ पर प्रहार-
एनआईए की छापे मारी का मकसद आतंकवादी अर्श डल्ला, बदमाश लारेंस बिश्नोई, छेनू पहलवान, दीपक तीतर, भूपी राना, विकास लगरपुरिया, आशीष चौधरी, गुरप्रीत सेखों, दिल प्रीत बाबा, हरसिमरत सिम्मा और अनुराधा के आतंकी गठजोड़ को खत्म करना है.
एनआईए ने आतंकियों, बदमाशों और तस्करों के गठजोड़ को हथियार सप्लाई करने वालों, फायनान्सरो, हवाला कारोबारी और बुनियादी सुविधा, मदद उपलब्ध कराने वालों के यहां पर छापे मारे.
एक पिस्तौल, कारतूस, 60 मोबाइल फोन, 5 डीवीडी, 20 सिम कार्ड,पेन ड्राइव, दस्तावेज और 39 लाख 60 हजार रुपए बरामद हुए.
छठा अभियान-
एनआईए द्वारा गठजोड़ को खत्म करने के लिए छापे मारी का यह छठा अभियान चलाया गया है. एनआईए द्वारा पहले 231 स्थानों पर छापे मारे गए थे.
माफिया नेटवर्क-
एनआईए ने अगस्त 2022 में यूएपीए के तहत 3 प्रमुख संगठित अपराध सिंडिकेट के खिलाफ मामले दर्ज किए थे, जिन्होंने उत्तरी भारत के राज्यों में अपने माफिया शैली के नेटवर्क को फैलाया था.यह माफिया गायक सिद्धू मूसेवाला, महाराष्ट्र के बिल्डर संजय बियानी और पंजाब में एक अंतरराष्ट्रीय कबड्डी आयोजक संदीप नंगल अंबिया की हत्या और व्यापारियों से बड़े पैमाने पर जबरन वसूली जैसे सनसनीखेज अपराधों में शामिल है. इनमें से कई साजिशों के मास्टरमाइंड पाकिस्तान और कनाडा सहित विदेशों में या भारत की जेलों में बंद कुख्यात बदमाश है.
जेल में गैंगवार-
कई जेलों के इस घातक गठजोड़ के लिए स्वर्ग बन जाने और गैंगवार के केंद्र बनने की खबरें आई. हाल ही में गोइंदवाल जेल और तिहाड़ जेल के अंदर गैंगवार के कारण हत्याएं हुई है.
विदेश से सक्रिय-
एनआईए को जांच में पता चला था कि कई अपराधी, जो भारत में गैंगस्टरों का नेतृत्व कर रहे थे, पाकिस्तान, कनाडा, फिलीपींस, मलेशिया और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भाग गए थे. भारत की विभिन्न राज्यों की जेलों में बंद अपराधियों के साथ मिलकर वहां से आतंकी गतिविधियों और अपराध की योजना बना रहे थे। ये जबरन वसूली और लक्षित हत्याएं (टार्गेट किलिंग) कर रहे थे
हवाला, ड्रग्स और हथियारों की तस्करी के जरिए अपनी नापाक गतिविधियों के लिए धन जुटा रहे थे।
एनआईए का टारगेट-
एनआईए की जांच का उद्देश्य आतंकी ,अपराधी, तस्कर सिंडिकेट की मदद करने वाले बुनियादी ढांचे के महत्वपूर्ण तत्वों की पहचान करना और इसमें शामिल लोगों के खिलाफ निर्णायक कार्रवाई करना है।
इस तरह के आतंकी नेटवर्क के साथ-साथ उनकी फंडिंग और मददगारों ( सपोर्ट इंफ्रास्ट्रक्चर) को खत्म करने के लिए जांच जारी है।