इस कलयुग में मानवता की मिसाल है थान सिंह की पाठशाला ।
(संजीव ठाकुर) दिल्ली पुलिस के हेड कांस्टेबल थान सिंह इन दिनों लोगो के लिए मानवता की मिसाल बने हुए कारण है उनका बेहतरीन कार्य जो वह गरीब बच्चो के लिए कर रहे है, थान सिंह दिल्ली पुलिस कार्यरत है और पुलिस प्रशासन का नाम भी रोशन कर रहे है, गरीब परिवार में से आने वाले थान सिंह से कभी हार नही मानी और अपनी मेहनत और नेक कार्य के दाम पर दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए, वर्ष 2016, में थान सिंह ने 4 गरीब बच्चो को पढ़ाने की शुरुआत की आज थान सिंह की पाठशाला में 80 बच्चे पढ़ते है ,थान सिंह बताते है कि यह सब बाबा का आशीर्वाद है, इस पाठशाला में पड़ने वाले बच्चो को उम्र 5 से 15 वर्ष है यह बच्चे बहुत ही अच्छे तरीके से पड़ते है और अच्छे कार्य करने के लिए तात्पर्य रहते है,दरअसल, इन बच्चों के माता-पिता मजदूरी करते हैं और इन सभी के पास इतना पैसा नहीं कि वे अपने बच्चों की पढ़ाई का इंतजाम कर सकें, लेकिन थान सिंह कहते हैं, मेरा बस यह उद्देश्य है कि ये बच्चे सही-गलत की पहचान करने लायक बन जाएं, अपने माता-पिता का सहारा बन सकें, अपना नाम लिख सकें। बस, रिक्शा, दुकान और अन्य स्थानों पर लिखे शब्दों को पढ़ और पहचान सकें, उन्होंने कहा, “मैं खुद झुग्गियों में रहा हूं, पढ़ाई की एहमियत जानता हूं। किन परिस्थितियों में गुजारा करना पड़ता है, ये सब मैंने देखा है और मैं नहीं चाहता कि ये बच्चे भी यही सब देखें। मुझसे जितना हो सकता है, उतने बच्चों की जिंदगी सुधारने की कोशिश करूंगा। इस पहल में मेरे आला अफसरों ने बहुत मदद की, सभी ने मुझे आर्थिक रूप से भी सहायता दी, ताकि मैं इन बच्चों की पढ़ाई का काम जारी रख सकूं,थान सिंह बताते है कि उन्हें इस कार्य में डीसीपी नॉर्थ श्री सागर सिंह कलसी का हमेशा मार्गदर्शन मिला इसलिए वो श्री कलसी को याद करना नही भूलते।