शास्त्री नगर में कांग्रेस को गद्दारो ने लूटा, वरना दम कुछ और था ,नाम कांग्रेस का था प्रचार जिंदल का था
– टाइगर कमांड
दिल्ली : वार्ड 70 में निगम चुनावों में जहां इतिहास बना तो वही इन चुनावों में इस बार शास्त्री नगर में कांग्रेस औऱ आप मे जमकर गद्दारी नज़र आई, जहाँ आप को भी अपनो ने लूटा तो वही कांग्रेस में तो प्रत्यक्ष रूप से कई कांग्रेसी भाजपा प्रत्याशी मनोज़ जिंदल के कदमों में लोट गए तो कुछ कागज के टुकड़ो पर अपना ईमान बेच गए। हम आपको बताने जा रहे है इस बार वार्ड 70 में कांग्रेस प्रत्याशी पंकज राणा की हार के कारण। जिसका सबसे बड़ा कारण वार्ड में कांग्रेस को अपना पिछले प्रदर्शन से भी हाथ धोना पड़ा मतलब इस बार कांग्रेस को वो वोट भी शास्त्री नगर से नही पडे जो उसके कैडर वोट थे। फिर वो वोट कहाँ गए? इसका सीधा सीधा नजारा चुनावो में देखने को मिला जहाँ भाजपा प्रत्याशी मनोज़ जिंदल के पक्ष में कांग्रेस के बड़े बड़े बोर्ड लगाकर चौधरी बनने वाले पदाधिकारी खुद फर्जी संस्था की आड़ में मनोज़ जिंदल के पक्ष में भंडारा और स्वागत करते नज़र आये। जिसको सभी ने देखा और लोगो ने कहा भी कांग्रेसी भाजपा के साथ। खैर और आगे चलते है यही कुछ कांग्रेसी ऐसे भी थे जिन्होंने भाजपा प्रत्याशी मनोज जिंदल को लड्डुओं तक से तौल दिया था और कांग्रेस का वजन घटा दिया। सबसे आश्चर्य की बात तो यह रही कि किसी कांग्रेस पदाधिकारी के घर मे भी मनोज जिंदल के पक्ष में मीटिंग भी हो गयी और पदाधिकारी को पता भी नही चला। दूसरा अजूबा यह हुआ कि कांग्रेस के प्रदेश डेलिगेशन में होने का जगह जगह टेलर मारने वाले खुद कांग्रेस से इस्तीफा दिए बगैर जिंदल के चरण कमल में लौट गए। आजकल साहब जिंदल के हमराही बने हुए है। इससे तो यही जाहिर होता है कि “शास्त्री नगर में कांग्रेस को गद्दारों ने लूटा,वरना किस में क्या दम था…”