अंतरराष्ट्रीय

युवा प्रवासी भारतीय दिवस अपनी खुद की जड़ें तलाशने का मौका : अनुराग

इंदौर : युवा प्रवासी भारतीय दिवस न केवल अपनी खुद की जड़ें तलाशने का मौका है बल्कि हर उस चीज के मूल तक जाने का अवसर है जो हमें भारतीय बनाती है। यह बात केंद्रीय सूचना एवं प्रसारण, युवा मामले एवं खेल मंत्री श्री अनुराग ठाकुर ने युवा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के प्लेनरी सेशन- रोल ऑफ डायसपोरा यूथ इन इनोवेशंस एंड न्यू टेक्नॉलजी को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने युवा प्रवासी भारतीयों से भारत में नवाचार और निवेश करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह यह उतनी ही आपकी कहानी है जितनी कि उभरते भारत की। श्री ठाकुर ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म एक बार फिर से जुड़ने और नई संभावनाओं की कल्पना करने का क्षण है और यह बदलाव को गति देने वाला, नए गठजोड़ को खोजने और नए विचारों के विकास के लिए एक नेटवर्क है।

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि मैं पूरी व्यवहारिकता और विश्वास के साथ कह रहा हूं कि भारत के साथ ही विदेशों में बसे प्रवासी भारतीय समुदाय के युवाओं ने प्रौद्योगिकी, कारोबार, राजनीति, क्रिएटिविटी और इनोवोशन के क्षेत्रों में पूरी दुनिया में उल्लेखनीय प्रगति की है। श्री ठाकुर ने कहा कि भारतीय प्रवासियों ने सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) उद्योग को अपने उन्नत कौशल और पूंजी निर्माण (मानवीय, सामाजिक और वित्तीय) से बहुत अधिक लाभ पहुंचाया है। इसके साथ ही बाहर से एनआरआई द्वारा अपने परिजनों तथा दोस्तों को भेजी जाने वाली धनराशि, प्रत्यक्ष विदेशी निवेश प्रवाह, नेटवर्क/बाजार का सृजन तथा भारत की छवि को प्रोत्साहन देने में युवा प्रवासियों का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि दूसरी ओर भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी ने उच्च कौशल पेशेवरों के दुनिया भर में आवाजाही के लिए सुदृढ़ वातावरण निर्मित किया है तथा प्रवासी समुदाय को अपनी मातृभूमि के साथ संपर्क और संवाद का बहुत आवश्यक अवसर प्रदान किया है। श्री ठाकुर ने कहा कि मेरा दृढ़ विश्वास है कि व्यक्तिगत बौद्धिक क्षमता, बिना किसी बाधा के रचनात्मक आत्म अभिव्यक्ति, विश्लेषणात्मक विचार, प्रौद्योगिकीय कौशल और बुद्धिमता का विकास सुनिश्चित करना यह दुनिया भर के देशों की प्राथमिकता है।

इससे पहले तीन दिवसीय प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए ठाकुर ने कहा, “भारत 2022 में दुनिया की पांचवीं सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया। वह उस देश से आगे निकल गया, जिसने 200 वर्षों तक उस पर शासन किया।”
ऑस्ट्रेलियाई सांसद जेनेटा मैस्करेनहास युवा प्रवासी भारतीय दिवस में सम्मानित अतिथि के तौर पर शामिल हुईं। वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी इसमें हिस्सा लिया। प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन वर्ष 2019 के बाद पहली बार ऑफलाइन स्वरूप में आयोजित किया जा रहा है। 2021 में पिछला प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन कोविड-19 महामारी के चलते ऑनलाइन आयोजित किया गया था।
सम्मेलन के 17वें संस्करण का विषय ‘प्रवासी : अमृत काल में भारत की प्रगति के लिए विश्वसनीय भागीदार’ निर्धारित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 70 देशों में बसे 3,500 से अधिक प्रवासी भारतीयों ने इस सम्मेलन के लिए पंजीकरण कराया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सोमवार को इस सम्मेलन का औपचारिक उद्घाटन करेंगे। गुयाना के राष्ट्रपति डॉ. मोहम्मद इरफान अली इस सम्मलेन में मुख्य अतिथि, जबकि सूरीनाम गणराज्य के राष्ट्रपति चंद्रिका प्रसाद संतोखी विशिष्ट अतिथि होंगे। मंगलवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू प्रवासी भारतीय सम्मान पुरस्कार 2023 प्रदान करने के साथ इस सम्मेलन के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगी।

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