उत्तर रेलवे ने कांगड़ा घाटी में नैरोगेज हैरिटेज रेल लाइन पर रेल सेवाएं बहाल करने की योजना बनाई
– टाइगर कमांड
– क्षतिग्रस्त पुल की मरम्मत कार्य और रेल सेवाओं की बहाली के लिए
ढांचागत सुविधाएं उपलब्ध कराने की योजना
नई दिल्ली: कांगड़ा घाटी रेलवे, पठानकोट-नूरपुर-कांगड़ा-बैजनाथ पपरौला-जोगिन्दर नगर से नैरोगेज रेल संपर्क उपलब्ध कराती है । इस मानसून सत्र में, कांगड़ा घाटी में अभूतपूर्व भारी वर्षा हुई । इसके परिणामस्वरूप भू-स्खलन, चट्टानों का खिसकना और बादल फटने के कारण बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसके कारण यह रेलवे लाइन बुरी तरह प्रभावित हुई । सुरक्षात्मक उपाय के रूप में और आकस्मिक बाढ़ के इतिहास को मद्देनजर रखते हुए इस रेल लाइन पर रेलगाड़ियों का परिचालन 14 जुलाई, 2022 से स्थगित करना पड़ा था ।
चक्की नदी पर डलहौजी रोड़ और नूरपुर के बीच एक पुल संख्या 32 है । दिनांक 31.07.2022 को चक्की नदी में आकस्मिक बाढ़ के फलस्वरूप पुल के ढांचे को सुरक्षा प्रदान करने के लिए बनाए गए आधारों और खम्बा सं0 3 को क्षति पहुंची । बाढ़ के कारण इस पुल के खम्बा सं0 3 के ऊपरी वैल कैप पर दरारें आ गईं । पिछले कुछ वर्षों में चक्की नदी के तल की डी-ग्रेडिंग और नदी के बैड लेवल के तेजी से नीचे चले जाने के कारण यह घटना घटी । उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक ने 16 अगस्त, 2022 को इस संबंध में पंजाब के मुख्य सचिव के साथ एक बैठक की । इस रेल सैक्शन पर मरम्मत कार्यों को सुचारू रूप से करने के लिए उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक की ओर से हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव के साथ भी एक बैठक करने का अनुरोध किया गया था ।
20 अगस्त, 2022 को इस क्षेत्र में बादल फटने की भी घटना हुई जिसके चलते बहुत तेज वेग से नदी में काफी पानी आ गया । चूँकि नीचे की ओर बहने वाली धारा की ओर नदी की तलहटी का स्तर कम था, अत: पुल के खम्बों को सुरक्षा प्रदान करने के लिए रेलवे द्वारा की गई व्यवस्था बुरी तरह से ध्वस्त हो गई । पानी के तेज बहाव से सुबह से शाम तक पुल के 5 खम्बे बह गए और कुछ अन्य असुरक्षित हो गए । इसमें कुल 7 खम्बे और 6 स्पेन बह गए तथा अन्य असुरक्षित हो गए जिन्हें मरम्मत या बदलने की आवश्यकता है ।
भारतीय रेलवे अपने यात्रियों एवं उपभोक्ताओं को सुरक्षित और समयबद्ध सेवाएं प्रदान करने को प्राथमिकता देती है । पुल सं0 32 के क्षतिग्रस्त भाग और रेलपथ की मरम्मत/पुनर्निर्माण की योजना बनाई गई है जिसे शीघ्र ही कम-से-कम समय में पूरा किया जाएगा ।
इस बीच रेल उपयोगकर्ताओं की सुविधा के लिए इस रेलपथ के अप्रभावित भाग में रेल सेवाएं फिर से शुरू किए जाने की योजना है । पठानकोट-डलहौजी रोड और नूरपुर रोड-जोगिन्दर नगर के बीच भी रेल सेवाएं फिर से शुरू की जाएंगी । राज्य प्राधिकारियों के साथ परामर्श करके नुरपुर रोड और डलहौजी रोड़ के बीच सड़क संपर्क स्थापित करके कुछ सेवाएं शुरू करने की योजना बनाई जा रही है । रेल सेवाओं के चरणबद्ध और सैक्शनवार परिचालन की समय-सारणी नियत अवधि में सूचित की जाएगी ।
रेल मंत्री ने रेल सेवाओं की बहाली और पुल सं0 32 की मरम्मत/पुनर्निर्माण के लिए बनाई गई कार्य-योजना पर उत्तर रेलवे के महाप्रबंधक एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ चर्चा की और सेवाओं को शीघ्रातिशीघ्र शुरू करने के निर्देश दिए ।