शास्त्री नगर भाजपा मंडल बना कमंडल
– शराब घोटाले को लेकर प्रदर्शन में सिर्फ 10 लोग
– प्रदेश और जिला के पदाधिकारियों ने बचाई लाज
– मंडल अध्यक्ष सहित मंडल गायब
– भाजपा से टिकिट मांगने वाला पुराना बागी, जिला मंत्री भी गायब
– टाइगर कमांड
दिल्ली : सदर विधानसभा में भाजपा का किला कहे जाने वाला शास्त्री नगर वार्ड में अब भाजपा की दीवारें दरक रही है। जिसका प्रत्यक्ष नज़ारा अब भाजपा के प्रदर्शनों में भी दिखने लगा है। आज भाजपा प्रदेश के आह्वान पर सभी जिलों मंडलो में दिल्ली सरकार के कथित शराब घोटाले को लेकर उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना था। लेकिन शास्त्री नगर में इस विरोध प्रदर्शन में महज बमुश्किल 10 भाजपाई ही जुट पाए। जिसमे से 4 से 5 भाजपाई तो प्रदेश और जिले के थे यानी महज 5 और 6 लोग ही मंडल से आ पाए थे। जबकि मंडल के युवा और पूर्वांचल मोर्चा तो पहले ही मंडल से इस्तीफा दे चुका है। तो मंडल में अब बचा ही क्या है। लेकिन सबसे बड़ी हैरानी की बात तो यह रही कि जिस मंडल में यह विरोध प्रदर्शन था उसी मंडल का अध्यक्ष ही गायब था। जिसको देख स्थानीय लोग कह रहे थे कि ऐसे भाजपा वार्ड से चुनाव कैसे जीत पाएगी। बरहाल इन सबमे सबसे हैरानी की बात यह रही कि यहाँ पिछले चुनावों में निर्दलीय उम्मीदवार बनकर भाजपा को चुनाव हराने वाला और स्वघोषित प्रमुख समाजसेवी जिसे भाजपा ने किन कारणों से निष्काषन के बाद जिला मंत्री बनाया जिसका जबाब तो भाजपा के पास ही है । वो भी इस प्रदर्शन से नदारद था। यही नही भाजपा से टिकिट का दम्भ भरने वाले ये जिला मंत्री कुछ दिनों पहले ही पूर्व केंद्रीय मंत्री और यहाँ के सांसद डॉ हर्षवर्धन के एक कार्यक्रम में भी महज 50 लोगो को ही एकत्रित कर पाए थे। लेकिन यह अपने प्रोग्रामो में किराए की भीड़ बुला कर और किराए की नकली मीडिया बुलाकर भाजपा को दिग्भ्रमित करने में पूरे माहिर है। अब पता नही भाजपा की क्या मजबूरी है कि ऐसे निष्क्रिय पदाधिकारियों के भरोसे बैठी है। क्या भाजपा के पास वार्ड में कार्यकर्ताओं का टोटा पड़ गया है। हैरानी की बात तो यह भी है कि जितने मंडल के पदाधिकारी और प्रभारी है वो सब भी आ जाये तो यह संख्या 50 से ऊपर चली जायेगी। लेकिन प्रदर्शन में महज 10?? और बस