दिल्ली अपटूडेट बना धमकी अपटूडेट, पानी वाले ने मांगे पैसे तो छाप दी धमकी भरी खबर,थाने में शिकायत दर्ज
– मनोज जिंदल के नाम से जाना जाता है धमकी अपटूडेट
– टाइगर कमांड
शास्त्री नगर : अखबार लोगो के बीच मे जागरूकता फैलाने और भ्र्ष्टाचार पर चोट करने का काम करते है। लेकिन जब बंदर के हाथ मे उस्तरा लग जाये तो खतरा सभी को हो जाता है। ऐसा ही मामला मध्य दिल्ली के शास्त्री नगर में हुआ है। यहाँ कभी स्टिकर बनाने का काम करने वाले एक पाकिस्तानी शरणार्थी परिवार के नटवरलाल ने अखबार की ताकत को गलत कामों में लगाने के उद्देश्य से इसको दिल्ली अपटूडेट के नाम से निकालना शुरू कर दिया। और जैसा कि बंदर के हाथ मे उस्तरा जैसी कहावत है इसने वही काम शुरू कर दिया। क्षेत्र में लोगों की बिल्डिंगों के फोटो लगाकर,वीडियो बनाकर उनको यह ब्लैकमेल करने लगा। जिसकी सत्यता खुद इस बात से आंकी जा सकती है कि इसने क्षेत्रीय विधायक और निगम पार्षद तक से अवैध उगाही करने की कोशिस भी जारी कर दी। उन लोगो के इसकी गीदड़ भभकी में ना आने पर इसने विधायक और निगम पार्षदा के खिलाफ बिना किसी सत्य तथ्य और बुनियाद के फर्जी खबरे छापना शुरू कर दिया। और तो और एल ब्लॉक से मेहनत मजदूरी करके अपने परिवार का पेट पालने वाले एक पानी वाले से पीने का सालों साल पानी लेता रहा और जब उसने इसके पैसे मांगे तो उसकी एक झूठी खबर छाप कर अपने पेड कंप्लेंटबाज से थाने में शिकायत करा दी सूत्रों ने बताया कि थाने में भी दलाली का इसका लंबा इतिहास है जहाँ इसके संपर्क में कई लोग है। जो इसकी झूठी बेनामी कंप्लेंट पर बिना सोचें समझे कार्यवाही करने बैठ जाते है। ऐसा इस गरीब बेचारे पानी वाले के साथ भी हुआ उसकी भी एक झूठी शिकायत इसने पहले तो थाने में करायी और उसके बाद खबर छाप कर इसको डराने की नाकाम कोशिश भी करने लगा लेकिन यह पानी वाला नही डरा और इसके खिलाफ उसने थाने में पूरी सच्चई लिखकर शिककयत दे दी है। अब देखना यह है कि जिस शिकायत पर इस पानी को थाने बुलाया गया है। क्या उसकी शिकायत पर इस दिल्ली अपटूडेट के कथित पत्रकार नरेंद्र धवन को भी बुलाया जाएगा? या फिर यह समझा जाएगा कि इसकी पुलिस से कोई सेटिंग है। यह वक्त आने पर पता चलेगा। बरहाल इसको इसका वित्तीय साथ दिया यह के प्रमुख समाजसेवी और भाजपा के जिला मंत्री मनोज जिंदल ने क्योकि उनका भी एक द्विश्वपन है कि वो भी निगम पार्षद या विधायक बने लेकिन उन्होंने इस फर्जी की बातों में आकर अपनी प्रतिष्ठा की थू थू करा ली क्योकि बंदर तो बंदर होता है। बरहाल विधायक के खिलाफ झूठी खबर प्लांट करवाने के चक्कर मे ये प्रमुख समाजसेवी ये भूल गए कि उनका पाला एक बंदर से पड़ा है किसी विसुद्ध पत्रकार से नही। बरहाल ये बंदर गुलाटी मारते मारते क्षेत्र में उत्पात मचाता रहा और लोग परेशान होते रहे। लेकिन कहते है ना कि पाप का घड़ा जब भरता है तो फूटता ही है। ऐसा ही हुआ यहाँ अलीगढ़ से प्रकाशित होने वाले निष्पक्ष, निडर और राष्ट्रवादी अखबार टाइगर कमांड ने अपना प्रसार शुरू किया और एक एक करके इस ब्लेकमेलर, गैंगबाज दिल्ली अपटूडेट के फर्जी पत्तलकर के काले कारनामो की और इसके संगरक्षण में चल रहे इसके गुर्गों की पोल खोलनी शुरू की तो ये बौखला गया। और टाइगर कमांड के खिलाफ कई झूठी शिकायत देने के बाद भी जब इसकी एक ना चली तो इसमे अपने टैंट माफिया गुर्गे मूलचंद और उसके माफिया बेटे को भेजकर टाइगर कमांड के संपादक पर हमला करा दिया। जिसमे थाने में इन लोगो को बचाने सिर्फ भाजपा का मंडल अध्यक्ष अपने तीन चिर परिचित लोगो के साथ पहुँचा जहाँ से इसको पूरे गैंग के साथ बैरंग वापिस लौटना पड़ा। और उधर इसके मंडल में कई पदाधिकारी इस्तीफा दे दे कर जाने लगे।
टाइगर कमांड की खबर पर दिल्ली अपटूडेट के प्रमुख संवाददाता की अवैध चिकिन मटन रोल की दुकान,इसके टैंट माफिया गुर्गे मूलचंद का एम सी डी की सड़कों पर किया अवैध अतिक्रमण.. हुआ बंद.. थाने में मामला दर्ज
अब आपको बताते है कि ये आखिर में बौखला क्यो गया है। पहले तो इसको सदर विधायक और शास्त्री नगर निगम पार्षद ने कभी भाव दिया ही नही था। जिसका मलाल इसको रहता था। दूसरा इसको शिकार के रूप में एक प्रमुख समाजसेवी मिल गया था जिससे इसकी रोटी चलने लगी। उसके बाद इसने एक अशिक्षित चिकिन मटन रोल बनाने वाले को प्रमुख संवाददाता बना दिया ध्यान दीजिए प्रमुख संवाददाता! जिससे वो अपनी अवैध दुकान बिना किसी नियम कानून से चला सके। उसके बाद इसने कुछ बुकी और हिस्ट्रीशीटरों से संपर्क बनाए। और कंप्लेंटबाज अपने यहाँ रख लिए जो लोगो की झूठी शिकायत कर सके। फिर शुरू किया इसने अपना खेल जिसमे एक चूरन प्रोपर्टी डीलर को मिलाया जो इसके द्वारा डराए गए लोगो के पास जाकर इसकी अवैध उगाही में मदद करता रहा। कारनामे बहुत लंबे है अगली खबर में खोले जाएंगे। क्रमशः