शास्त्री नगर भाजपा में कौन है भस्मासुर, लगातार मोर्चो के अध्यक्ष दे रहे इस्तीफा,अब युवा मोर्चा अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा
– गैंगबाज,टैंट माफियो को बचाने मंडल अध्यक्ष थाने में,उधर मंडल बनता जा रहा कमंडल
– शास्त्री नगर भाजपा मंडल अध्यक्ष की नाकामी से रसातल की ओर
– कभी भाजपा का का था किला अब देखने वाला कोई नहीं
– टाइगर कमांड
दिल्ली : कांग्रेस के बाद भाजपा का कभी किला कहा जाने वाला शास्त्री नगर वार्ड 79 अब भाजपा के निष्क्रिय, नाकारा पदाधिकारियों की निजी स्वार्थ के कारण ढह रहा है। कारण साफ है वर्तमान मंडल अध्यक्ष की ये नाकामी ही कही जाएगी कि उसके नेतृत्व में लगातार मोर्चा अध्यक्ष अपना इस्तीफा देते जा रहे है। जिसमे सबसे पहले ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष ने इस्तीफा दिया था। लेकिन मंडल अध्यक्ष के द्वारा ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष का मान मनोवल करके उनको मनाया । लेकिन उसके बाद अभी इसी महीने पूर्वांचल मोर्चा अध्यक्ष ने इस्तीफा दे दिया वो भी भाजपा मंडल पर गंभीर आरोप लगाकर। और आज युवा मोर्चा अध्यक्ष मनीष शर्मा ने भी अपना इस्तीफा व्हाट्सएप ग्रुपों में जारी कर दिया। जबकि मंडल को बने 2 साल हो गए लेकिन इस मंडल को आज तक सिख प्रकोष्ठ के एक भी उम्मीदवार नही मिला। अब जब लगातार मोर्चों के अध्यक्ष अपना इस्तीफा दे रहे हो तो ऐसे में जिला नेतृत्व और सांसद हर्षवर्धन की चुप्पी आश्चर्य को जन्म देती है। कि आखिर शास्त्री नगर भाजपा मंडल में इतनी रार क्यो है। पूरी दिल्ली के अंदर यह मंडल सबसे नाकाम मंडल सिद्ध होता जा रहा है।
मजे की बात यह है। कि मंडल अध्यक्ष गैंगबाज, टैंट माफिया,अंडे वालो को बचाने थाने में घंटो बैठ रहता है। लेकिन भाजपा का मंडल कमंडल हुआ जा रहा है। उसकी चिंता नही है। दो मोर्चा अध्यक्ष के इस्तीफे,सिख प्रकोष्ठ 2 साल तक बनाने में नाकाम,एस सी मोर्चा का पूरा गठन नही। प्रबुद्ध मोर्चा बना नही, पुजारी प्रकोष्ठ के पता नही,भाजपा की जनहितकारी नीतियों का कोई प्रचार प्रसार नही ये कैसा मंडल अध्यक्ष चुना है इस बार चाँदनी चौक भाजपा ने। सांसद हर्षवर्धन की छवि राजनीति में अच्छी मानी जाती है। लेकिन उनके संसदीय क्षेत्र में संगठन की इतनी बुरी हालत कभी नही हुई थी। जितनी आज हुई है। यदि वक्त रहते भाजपा ने कोई निर्णय नही लिया तो आने वाले चुनावों में भाजपा को इससे काफी नुकसान होने की उम्मीद है।