शास्त्री नगर में एक दर्जन से ज्यादा बिल्डिंगे झुकी, लोहे के पिलरों पर टिकी, जे ई और बेलदार मस्त,जनता त्रस्त
– ई टू ब्लॉक में बिल्डिंग बन रही बगल में झुक गयी पड़ोसी की..निगम ने उल्टा कर दी पड़ोसी की बिल्डिंग सील
– टाइगर कमांड
दिल्ली : जहाँ एक और लगातार सीबीआई दिल्ली नगर निगम के जे ई और बेलदारों को घुसघोरी के आरोप में रंगे हाथों पकड़ रही है। तो वही दूसरी और MCD के जे ई और बेलदार अपने मूल कामों और कर्तव्यों को छोड़कर सिर्फ बिल्डिंगों के लेंटर गिनने में व्यस्त है। भले ही क्षेत्र की बिल्डिंगे जर्जर होकर झूल रही हो। अकेले सिटी सदर पहाड़गंज जोन में दर्जनों बिल्डिंगे ऐसी है जो झुकी हुई है। और लोहो के पिलर पर टिकी हुई है। जिससे कभी भी जानमाल का नुकसान हो सकता है। लेकीन जे ई इन बिल्डिंगों के समाधान और जनता की सुरक्षा के लिए इस और ध्यान ही नही दे रहे।
शास्त्री नगर वार्ड 79 में दर्जनों बिल्डिंगे झुकी हुई,बिल्डर लगा रहे घटिया सामग्री…
अब जब जे ई और बेलदारों को सीबीआई गिरफ्तार कर रही है। तो सवाल उठता है कि आखिर इनको गिरफ्तार क्यो किया जा रहा है। कारण है बिल्डिंग बनाने वालों से प्रति लेंटर लाखों की घुसघोरी खाने के जुर्म में। अब आपको बताते हर यह पकड़े क्यो गए, असल मे बिल्डरों से बिल्डिंग विभाग के सभी जे ई और बेलदारों की सेटिंग होती है। बिल्डर बंधी बधाई रकम इनको बेलदार के माध्यम से पहुँचा देता है। और बिल्डर की बिल्डिंग बिना नियम कानून से बन जाती है। लेकिन जब यह अपना खुद का मकान बनाने वालों से लाखों की डिमांड करते है। और वो व्यक्ति निकल आये कानून वाला वही ये फंस जाते है। आपको बता दे कि जो बिल्डिंगे बिल्डर बनाते है वो बिल्डिंगे 2-3 सालों में झुक क्यो जाती है। कारण साफ है लगभग 99 प्रतिशत बिल्डिंगों से प्रति लेंटर 2 से 5 लाख की घुसघोरी निगम के जे ई के पास बेलदारों के माध्यम से पहुचती है। और ऊपर तक जाती है। मतलब केक कटेगा सभी मे बटेगा। बरहाल जब बिल्डरों के द्वारा ये घुसघोरी दी जाएगी तो निश्चिक्त ही बिल्डिंग में घटिया सामग्री लगाई जाएगी और बिल्डिंग झुक जाएगी। अकेले शास्त्री नगर में ही दर्जनों बिल्डिंगे झुकी हुई है। अब चाहे वो ई टू ब्लॉक ही या ए ब्लॉक सभी जगह एक दो बिल्डिंगे झुकी मिल जाएगी।
बिल्डिंग गिरे लोग मरे, बिल्डर और जे ई की बला से…
अब बिल्डिंग झुके या कुछ सालों में गिर जाए निर्दोष जानमाल से जाए। बिल्डर और जे ई की बला से क्योकि बिल्डर बिल्डिंग बनाकर अपना मुनाफा लेकर बेच कर निकल लिया जे ई और बेलदार लेंटर की घुसघोरी लेकर निकल लिए। अब निर्दोष मरे तो मरे क्या फर्क पड़ता है इन लोगो पर।
ई टू ब्लॉक में बिल्डिंग बन रही बगल में झुक गयी पड़ोसी की..निगम ने उल्टा कर दी पड़ोसी की बिल्डिंग सील
अब आपको सिटी सदर पहाड़गंज जोन के बिल्डिंग विभाग का एक अजीब नियम बताते है। मामला ई टू ब्लॉक की एक बिल्डिंग का है जिसमे एक बुजुर्ग दंपति रहते है। उनकी बिल्डिंग के बगल में ही एक बिल्डिंग बनाने को लेकर पुरानी बिल्डिंग गिराई गयी। जिसके कारण इन बुजुर्ग दंपति की बिल्डिंग ही झुक गयी। जिसको लेकर निगम का बिल्डिंग विभाग उल्टा इन बुजुर्ग दंपति की बिल्डिंग ही सील कर गया।