निर्जला एकादशी पर निर्जल हुई दिल्ली,हरियाणा ने नही छोड़ा दिल्ली के हिस्से का पानी
– दिल्ली में बच्चे,बुजुर्ग सहित सभी परेशान,3-4दिन और रहेगा यह संकट
– योगेश भारद्वाज
नई दिल्ली : निर्जला एकादशी पर यूं तो व्रत रखने वाले निर्जल व्रत रखते है। लेकिन इस बार दिल्ली सरकार और हरियाणा सरकार की आपसी राजनीतिक रस्साकसी से पूरी दिल्ली ही निर्जल हो गयी है। क्योंकि दिल्ली में हर बार की तरह इस बार भी फिर जल संकट गहरा गया है। लेकिन इस बार यह संकट ज्यादा गंभीर है। क्योंकि इस बार अभी तक हरियाणा ने दिल्ली के हिस्से का पानी ना छोड़ने का हठ कर लिया है। जिसके चलते यमुना सुख गयी है। नतीज़ा दिल्ली इस भीषण गर्मी में प्यासी रह गए हैं। दिल्ली के लगभग 70 फीसदी क्षेत्रो में पानी नही आ रहा। सिर्फ पानी वही मिल पा रहा है जहाँ जल बोर्ड के बूस्टर पंप है। उसके आगे पानी का प्रेशर पहुच ही नही पा रहा। जानकारों ने बताया है। कि यदि यही स्थिति रही तो अगले 2-3 दिनों में बूस्टर पंप भी सुख सकते है। बरहाल इस गंभीर जल संकट के चलते दिल्ली के बच्चे, बुजुर्ग खासे प्रभावित हो रहे है वही प्रतिदिन के कार्यो को करने में सभी को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा।
अवैध आर ओ वाटर प्लांटों में जमकर हो रही पानी की बिक्री..
दिल्ली में इस जल संकट का पूरा लाभ अवैध आर ओ वाटर प्लांटों को संचालित करने वाले उठा रहे है। इसका लाभ लेते हुए इन लोगो ने प्रति बोतल 20-30 रुपये भी ज्यादा कर दिए है। लोग मजबूरी में पानी खरीदने को बेबस है। जबकि हरियाणा की ओर से दिल्ली के हिस्से के पानी को पूरा नहीं छोड़ा जा रहा है. हरियाणा सरकार द्वारा कम पानी छोड़े जाने के कारण वजीराबाद बैराज में जलस्तर सामान्य 674.5 फुट से घटकर इस साल के न्यूनतम स्तर 669 फुट (समुद्र तल से 5.5 फीट नीचे) पर पहुंच गया है. इसका बड़ा असर दिल्ली के कई इलाकों में नजर आने लगा है जहां पर जलापूर्ति कम की जा रही है. आने वाले समय में यह समस्या दिल्ली के और इलाकों में भी पैदा हो सकती है।