डीसीपी के व्हाट्सएप ग्रुप में शिकायत करने वाले कथित पत्रकार खुद कर चुका है लोगो को जान से मारने की कोशिस
– थाना सराय रोहिल्ला में दर्ज है केस I O कोर्ट में नही जमा कर रहे ATR, लोगो की जान को खतरा है इस कथित पत्रकार से
– टाइगर कमांड
शास्त्री नगर : कल थाना सराय रोहिल्ला अंतर्गत शास्त्री नगर में एक महिला को बच्चे सहित घर से निकालने वाले परिवार के यहाँ अजीब स्थिति उतप्पन हो गयी यहाँ महिला अपने छोटे बच्चे सहित घर का सामान लेकर पहुँच गयी। और घर के अंदर उसको बच्चे सहित बंद कर दिया गया। महिला के परिवार वालो ने बताया कि जब उक्त महिला के साथ कोर्ट में तलाक का केस चल रहा है और फैसला ना आने तक उसको 10 हज़ार रुपये महीने देने का समझौता था। जिसको इस परिबार द्वारा पूरा नही किया जा रहा था। उसके कारण महिला से मकान मालिक ने मकान खाली करा लिया जिसके चलते महिला अपना सामान लेकर शास्त्री नगर के ई टू ब्लॉक सब्जी मार्केट स्थित अपने ससुर के घर आ गयी थी। जिसको इन लोगो ने ताला लगाकर छोटे बच्चे सहित अंदर बंद कर दिया था। इस मामले में एक कथित पत्रकार जिस पर पहले से ही थाना सराय रोहिल्ला में लॉक डाउन तोड़ने,जान से मारने की धमकी देने सहित कई धारा में केस दर्ज है। और इस मामले में आई ओ से कोर्ट ने ATR भी मांगी है। वही अभियुक्त डीसीपी नार्थ के व्हाट्सएप ग्रुप में आरोप लगा रहा है। कि लोगो ने उसके साथ हाथापाई की और गाली गलौज की? बहुत ही हास्यास्पद है। जबकि इस मामले में हाथापाई तो अन्य मीडिया पर्सन के साथ हुई थी।
यह है सच्चाई.. जिस चिकिन रोल अंडे वाले के यहाँ हुई घटना वो है इसका प्रमुख संवाददाता?
अब आपको बताते है इसकी शातिराना हरकत की कैसे यह पुलिस को बदनाम करता है। असल मे शास्त्री नगर में यह जो दो पन्नो का अखबार कभी कभी निकलता है। उसके जरिये क्षेत्र में यह लोगो से अवैध वसूली,ब्लैकमेलिंग जैसे कार्य करता है लोगो का वीडियो बनाकर यह कई लोगो को ब्लैकमेल करने की नाकाम कोशिस भी कर चुका है। यही नही यह इसी ब्लैकमेलिंग के गोरखधंदे में अभी कुछ दिनों पूर्व एक बच्चे तक को अपनी स्कूटी से कुचलने का प्रयास कर चुका है। जिसका वीडियो वायरल है। यही नही यह थाना सराय रोहिल्ला के कई पुलिस वालों की झूठी शिकायत भी डीसीपी आफिस में कर चुका है। जिससे यह डीसीपी का डर दिखाकर पुलिस वालों से कुछ उल्टा पुल्टा काम करवा सके।
प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया भी दे चुका है इसको शो कॉज..
इसकी करतूतों की सच्चाई क्या क्या बताई जाये इसकी इन्ही हरकतों के चलते प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया इसको शो कॉज नोटिस भी जारी कर चुका है।
डीसीपी नार्थ के व्हाट्सएप ग्रुप में इस आरोपी का होना मीडिया में बना चर्चा का विषय..
सबसे हैरानी की बात यह है कि डीसीपी नार्थ के व्हाट्सएप ग्रुप में एक विचारधीन अपराधिक आरोपी को ऎड कैसे कर लिया गया ये चर्चा का विषय मीडिया जगत में बना हुआ है। कि आखिर जिसके खिलाफ कई धारा लगी हो कर कोर्ट थाने को अन्य धारा लगाने के संदर्भ में ATR मांग रही हो। तो ऐसे आरोपी को ग्रुप में ऎड कैसे कर लिया गया। जबकि क्षेत्र में कई वरिष्ठ पत्रकार मौजूद है। जो वास्तविक पत्रकारिता करते है इससे उनकी छवि खराब होती है। कम से कम डीसीपी नार्थ कार्यालय को इस बी सी की जानकारी तो करा लेनी चाहिए थी।
विधायक कर निगम पार्षद को कर चुका है ब्लैकमेलिंग करने की नाकाम कोशिस...
यही नही यह कथित पत्रकार जो अप टू डेट के नाम से एक कथित अखबार निकालता है सदर विधायक और वार्ड शास्त्री नगर के पार्षद जो भी कई बार ब्लैकमेल करने की नाकाम कोशिश भी कर चुका है। जिसका पर्दाफाश यह राष्ट्रवादी, निडर अखबार टाइगर कमांड कई बार चुका है।