दिल्ली निगम चुनावों में आँगनबाड़ी यूनियन से आप और भाजपा दोनो को हो सकता है नुकसान
– टाइगर कमांड
नई दिल्ली | यहाँ एक महीने से ज्यादा जारी आँगनबाड़ी यूनियन की हड़ताल को सरकार ने भले ही एस्मा लगाकर रोक लिया हो। लेकिन अब यूनियन के तेवर देखकर लगता है। कि यह मामला निगम चुनावों में भाजपा और आप दोनो को नुकसान पहुंचा सकता है। आज इसी मुद्दे को लेकर प्रेस क्लब दिल्ली में दिल्ली स्टेट आँगनवाड़ी वर्कर्स एण्ड हेल्पर्स यूनियन (DSAWHU) के द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। यूनियन की अध्यक्षा शिवानी कौल ने मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि हमारी यूनियन के नेतृत्व में हज़ारों आँगनवाड़ी की वर्कर एवं हेल्पर बहनों ने 38 दिनों तक हड़ताल करके एक बहादुराना एवं ऐतिहासिक संघर्ष को अंजाम दिया। 38 दिनों तक चले इस हड़ताल ने महज़ आम आदमी पार्टी की दिल्ली सरकार और भाजपा की केन्द्र सरकार को ही चुनौती नहीं दी, बल्कि समूची पूँजीवादी व्यवस्था को भी इसने बेनक़ाब किया। तीन विशाल महारैलियों में दिल्ली की आँगनवाड़ीकर्मियों ने समूचे दिल्ली शहर सहित देश और दुनिया को अपने संघर्ष से वाकिफ़ कराया एवं उनका समर्थन भी जीता। दिल्ली सरकार और एलजी द्वारा मिलकर लगाया कि यह एस्मा कानून केन्द्रीय कानून एस्मा से जनविरोधी, मज़दूर विरोधी और मज़दूरों के हड़ताल करने और संगठित होने के अधिकार से भी वंचित करता है। यह कानून मज़दूरों से बेगारी कराने की खुली छूट देता है और उनके मौलिक अधिकारों पर हमला करता है। जबकि भाजपा और आप का दिल्ली नगर निगम चुनावों में पूर्ण बहिष्कार और उनकी वोटबन्दी का आन्दोलन हम दिल्ली में चलाएँगी और पूरी दिल्ली की जनता को इन दोनों झूठी, बेईमान और भ्रष्टाचारी पार्टियों की असलियत से अवगत कराएँगी। यह आन्दोलन अभी से शुरू है और सारी आँगनवाड़ी बहनों ने इसके लिए कमर कस ली है क्योंकि इन दोनों ही पार्टियों की असलियत हमारे सामने नंगी हो चुकी है।
असल में एस्मा की यह पूरी कार्यवाही विभाग के अफ़सरों, सुपरवाइजरों और सीडीपीओ को आँगनवाड़ीकर्मियों को प्रताड़ित करने, उन्हें निशाना बनाने और उनपर बदला लेने के तहत कार्रवाई करने की पूरी छूट देती है।