सब्ज़ी मंडी सी जी एच एस डिस्पेंसरी पर भ्रष्टाचार से लाभार्थी परेशान,शिकायतों के बाद भी कार्यवाही नही,PMO को भेजेंगे शिकायत
टाइगर कमांड
दिल्ली: एक और जहाँ कोरोना जैसी महामारी के चलते स्वास्थ विभाग की जिम्मेदारी काफी महत्वपूर्ण हो गयी है। तो वही दूसरी और आज भी स्वास्थ विभाग के कुछ क्षेत्र ऐसे है । जो अपनी मूल भावना और कर्तव्यों को छोड़ भ्रष्टाचार में लिप्त है।ऐसा ही एक मामला भारत सरकार की स्वास्थ्य डिस्पेंसरी CGHS सब्जी मंडी शास्त्री नगर से सामने आया है। यह डिस्पेंसरी भ्रष्टाचार और लापरवाही की सभी हदे पार कर चुकी है। जिसकी शिकायत केंद्रीय कर्मचारी वेलफेयर असोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री से की है। शिकायत में कहा गया है। कि इस डिस्पेंसरी में तैनात स्टोर इंचार्च ने भ्रष्टाचार की सारी हदें पार कर दी है। बताया गया है कि स्टोर इंचार्च लाभार्थियों को सही दावा नही देती, दवाओं के लेवल बदल देती है, इंडेंट दवायों को खुद ही जारी कर देती है। जबकि लाभार्थी के पास जारी का संदेश उसके मोबाइल पर पहुच जाता है,जिससे लाभार्थी हैरान हो जाता है । कि जब उसने इंडेंट दावा ही नही ली तो आखिर में यह दवा जारी ही कैसे हो गयी? यही नही इन सबमे सी एम ओ भी इसका साथ देती है। सूत्रों ने बताया है कि खुद सी एम ओ भी लाभार्थियों को अटेंड करने में बहुत देर करती है। और बिना बजह ही डिस्पेंसरी के समय कयम्प्यूटर पर ना जाने कौन कौन से काम करती है। और लाभार्थियों की लाइन लंबी होती जाती है। जिससे लोगों का समय पर आफिस पहुचना मुश्किल हो जाता है। जबकि नियमानुसार 2 बजे तक सी एम ओ और डॉक्टरों को लाभर्थियों को दवा आदि देने का काम करना चाहिए। लेकिन यहाँ स्टोर इंचार्च भ्रष्टाचार और तानासाही के चलते खुद डॉक्टर भी लापरवाह हो गए है। जिससे लाभार्थी बहुत परेशान हो गए है। और अब वो पी एम ओ तक इसकी शिकायत करने का मूड बना चुके है। जबकि यह डिस्पेंसरी इस स्टोर इंचार्च के आने से पहले बहुत ही सुचारू तरीके और अनुशासन के साथ काम कर रही थी। शिकायत में कहा गया है कि अब तो स्टोर इंचार्ज के आने जाने का कोई टाइम ही नही है। जबकि डॉक्टर भी सर्वर डाउन का बहाना बनाकर काम ही नही करते।