कोरोना के डर पर शराब का प्यार भारी,पुलिस ने की सख्ती
– सराय रोहिल्ला पुलिस को बदनाम करने के लिए दलालो का नया पैतरा
– टाइगर कमांड
नई दिल्ली : कोरोना के डर पर शराब का प्यार भारी नज़र आ रहा है। ये प्यार इतना गहरा है,की शराब के शौकीनों ने पुलिस की लाठियां भी खाई। लेकिन दिल है कि मानता नही। हालांकि नए साल पर दिल्ली के लगभग सभी ठेकों पर लंबी कतार देखी गयी। जिसको लेकर दिल्ली पुलिस ने सख्ती भी की लेकिन शराब के प्यार में सब बेकार हुआ। लोगो ने लाठियां भी खाई लेकिन शराब की लाइन नही तोड़ी। बरहाल इस मौके का फायदा उठाकर कुछ दलालों जिनकी दलाली पुलिस ने बंद की हुई है। उन दलालों ने इसके वीडियो बनाकर पुलिस पर आरोप लगाने शुरू कर दिए। इस एक मामला शास्त्री नगर से भी सामने आया है। यहाँ भी एक यू ट्यूबर ने ठेके के बाहर खड़े होकर सराय रोहिल्ला पुलिस को ही कोस डाला। जबकि उस यू ट्यूबर के ऑफिस में ही शराब की बोतले खोली जाती है। और लोगो के फोटो खींचकर उनको वायरल करने की धमकी देकर दलाली की जाती है। मज़े की बात तो यह है। कि जो यू ट्यूबर खुद ठेके के बाहर खड़े होकर कोरोना प्रोटोकॉल की दुहाई दे रहा है। उसके एंकर ही मास्क उतारकर खुद कोरोना प्रोटोकॉल तोड़ रहे है। बरहाल केंद्र सरकार ने लॉकडाउन में कुछ राहत (relaxation in lockdown) दी हैं। इसमें सभी जोनों (रेड, ग्रीन और ऑरेंज) में शराब की दुकानें खुल (wine shops open) गई हैं। राहत के बाद दिल्ली सरकार ने राजधानी में सुबह नौ बजे से शाम साढ़े छह बजे तक शराब की सरकारी दुकानें खोलने का आदेश जारी कर दिया है। इस दौरान ठेकों पर लंबी लाइनें दिखीं। पुलिस ने सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने पर लाठियां भी चलाईं।
सिविल ड्रेस में पहुंचे थे पुलिसवाले
ठेकों पर आए लोग सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ठीक से कर रहे हैं या नहीं इसे देखने के लिए पुलिसवाले सिविल ड्रेस में भी पहुंचे थे।
दिल्ली में खुले 150 ठेके
गृह मंत्रालय के लॉकडाउन के नियमों में ढील देने के बाद शराब की करीब 150 दुकानों को खोलने की इजाजत दी गई है। शहर में सरकारी एजेंसियों और निजी तौर पर चलाई जाने वाली 850 शराब की दुकानें हैं। आदेश में आबकारी विभाग ने अधिकारियों से एल-7 लाइसेंस प्राप्त निजी दुकानों की पहचान करने को भी कहा है, जो एमएचए के निर्देशों को पूरा करती हों। अधिकारियों से तीन दिन में रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है। सरकार ने अभी केवल एल-7 और एल-8 लाइसेंस प्राप्त शराब की दुकानों को ही शहर में बिक्री की अनुमति दी है, जो चार सरकारी एजेंसियों द्वारा चलाई जाती है।