फर्जी पत्रकार जिसकी बिल्डिंग खुद अवैध उसने ही सलाह दी सरकारी संम्पत्ति पर होर्डिंग लगाने की
टाइगर कमांड
शास्त्री नगर : कहते है संगत की रंगत और चोर चोर मौसेरे भाई यह दोनों कहावत शास्त्री नगर में उस समय सत्य साबित हो गयी जब यहाँ फर्जी पत्रकारिता के नाम पर और झूठा रौब दिखाकर एक फर्जी पट्टलकर ने अपनी खुद की अवैध बिल्डिंग 23 गज में ही 5 मंजिल खड़ी कर ली। और तो और ऊपर से नगर निगम की 10 फुट से ज्यादा जमीन अपनी अवैध बिल्डिंग में मिला ली। उसने ही एक ऐसी संस्था इंडस्ट्रीज ट्रेडर्स वेलफेयर जो हर महीने अपने पदाधिकारी बदल देती है। उसका मीडिया सलाहकार बन कर लोगों को भरम में लेने का काम शुरू कर दिया। संस्था के होर्डिंग सरकारी सम्पतियों पर लगवाना शुरू कर दिया। और जब निगम कर्मचारी नियम कानून के तहत उस होर्डिंग को उतारने पहुँचे तो उनके साथ संस्था के कथित प्रधान और खुद इसने मिलकर गालीगलौज, धमकी देने का काम शुरू कर दिया । और एक फर्जी वीडियो बनाकर अपने दलालों और गुर्गों से वायरल कराना शुरू कर दिया। लेकिन कहते है ना कि यदि भेड़िया शेर की खाल पहन आये तो वो शेर नही हो जाता। ऐसा ही यहाँ हुआ जब वीडियो बनाया गया तो उसमें निगम कर्मचारियों पर अनैतिक दबाब बनाने के लिए उन पर रिश्वत के झूठे आरोप तो वीडियो में इस फर्जी पट्टलकर ने लगवाए तो लेकिन यह नही बताया कि आखिर होर्डिंग लगा कहाँ था। और कानून किसने तोड़ा,क्योकि साफ है जिसको दल्ला गिरी करनी हो उसको पत्रकारिता आएगी कहा से।
भाजपा के एक नेता के कहने पर छापता है अखबार में काले पोस्टर…
कहते है जैसी दृष्टि वैसी सुरष्टि ऐसा ही यह फर्जी पट्टलकर कर रहा है। यहाँ एक भाजपा के महत्वकांक्षी नेता के कहने पर यह विधायक और निगम पार्षद के खिलाफ बिना किसी सबूतों के आधार पर अपने अखबार में काले पोस्टर ही छाप रहा है।