सो रहा विभाग, खनन माफियाओं का फल फूल रहा कारोबार,आखिर कौन दे रहा अवैध खनन की परमीशन? अलीगढ़ के खनन अधिकारी की भूमिका पर सवाल
सिकन्दरपुर में खनन माफियाओं का बोलबाला कर रहे अवैध रूप से मिट्टी खनन
– रूप किशोर राजपूत / धर्मेंद्र राघव
अलीगढ़। तहसील कोल के ब्लॉक/थाना अकराबाद की पुलिस चौकी पिलखना क्षेत्र के गांव सिकन्दरपुर में खनन माफियाओं का बोलबाला है। अवैध रूप से मिट्टी खनन कर किसानों की कमर ही तोड़ दे रहे हैं। शिकायत के बाद भी इन पर कोई कार्रवाई न होने से किसान बेबश हो गए हैं। माफिया चार फीट का समझौता कर दस फीट तक मिट्टी निकाल रहे हैं। आस-पास के किसानों के विरोध करने पर उन्हें धमकी भी देते हैं। डर यह सताने लगा है कि बारिश का पानी भरने से गड्ढे जानलेवा होंगे। किसानों का आरोप है कि विभाग सो रहा है और ऐसे लोगों का धंधा फल फूल रहा है। जबकि इस खेल में खनन अधिकारी की भूमिका पर सवाल उठ रहे है। सूत्रों के अनुसार खनन विभाग को देखने वाला एक बाबू जो प्रेस का भी काम देखता है। उसके पास इन दिनों खूब चांदी आ रही है। सूत्रों के अनुसार यह बाबू इतना बेख़ौफ़ ही चुका है। कि खुल कर रिश्वत की मांग करता है।
गाँव सिकन्दरपुर के रहने वाले राजू पुत्र महावीर सिंह का कहना है कि गांव के ही किसान श्यौराज पुत्र मलखान ने मिट्अी खान ठेकेदार मलिक को अपने खेत से मिट्टी उठाने का ठेका दे दिया है। जबकि श्यौराज पूर्व में भी अपने खेत 7 नम्बर 1891/02 ओर गाटा संख्य1892,1893,1894से 6-8 फिट मिट्टी का खनन करा चुका है। राजू का कहना है कि उसके खेतों के चारों ओर खेतों की मिट्टी का उठान कराकर खाईनुमा गड्ढ़े बना दिये गये हैं। जिसके कारण उसके खेतों की बरसात के दिनों में ढ़ाय खिसकने लग जाती है और पूरी फसल बर्बाद होकर पानी के बहाव से बह कर दूसरे खेतों में पहुच जाती है।
ठेकेदार कृषि भूमि की मिट्टी खनन कर डाल रहे हैं। इससे अधिकांश खेत बंजर हो जाएंगे। खनन माफिया नियमों की अनदेखी कर खुलेआम अवैध खनन कर रहे हैं। लेकिन प्रशासन कोई कार्रवाई नहीं करता नहीं दिख रहा।
कृषिभूमि में खनन के नियम
किसान खेत को समतल करने, बंजर पड़े खेत को उपजाऊ बनाने के लिए मिट्टी निकाल सकता है। लेकिन मिट्टी का व्यावसायिक उपयोग नहीं कर सकता। खनन माफिया नियमों की अनदेखी कर गांवों से सड़क के किनारे के खेतों से खनन कर मिट्टी बेच रहे हैं।
खेतों से सड़क पर पहुंचने के लिए रास्ते नहीं होने पर अपनी मर्जी से गोचर जमीनों में रास्ता बनाकर सड़क तक पहुंच रहे हैं। गोचर जमीन से वाहनों के गुजरने से जमीन खराब हो रही है। ग्रामीणों ने बताया वाहनों के गुजरने से अधिकांश जमीन बंजर होने से पशुओं के चरने के लिए उपयुक्त जमीन नहीं रहेगी।
राजू का कहना है कि मिट्टी खनन से उपजाऊ खेत चौपट हो रहे हैं। आरोप है कि इस कृत्य में तहसील कोल के लेखपाल सहित अन्य अधिकारी और प्रभावशाली लोग और पुलिस का गठजोड़ और सुविधा शुल्क की सुविधा हावी है। प्रशासन का अभियान केवल कागजों में चल रहा है। मजे की बात तो यह है कि तहसील में लेखपाल गुप्ता जी खनन माफियाओं को बिना जमीन देखे ही आंखे मूदकर सुविधा शुल्क लेकर परमीशन देने में लगे हुये हैं,जबकि एक वर्ष पहले ही उसी खेत से मिट्टी का खनन किया गया था और दोबारा से परमीशन किसा आधार पर दी गई,ये समझ से परे हैं।
तीन चार फीट की जगह उठा रहे दस फीट मिट्टी ठेकेदार
किसान अपने ऊबड़-खाबड़ खेतों को समतल करा रहा है। कुछ स्थानों पर तीन से चार फीट मिट्टी बेच रहे हैं। इस समझौते के बाद खनन माफिया समझौते के बावजूद तीन फीट से दस फीट मिट्टी निकाल रहे हैं। एक जेसीबी के पीछे 12 से 14 ट्रैक्टर-ट्राली मिट्टी,डम्फर ढोने के लिए लगाई गई हैं। रात में सात घंटे मिट्टी खनन होने से एक जेसीबी से 70-80 डम्फर और ट्राली मिट्टी निकाली जा रही।
एसडीएम से लेकर शासन तक शिकायत कर चुके हैं। किसानों का कहना है कि जरूरत से ज्यादा मिट्टी निकालने से खेत की उर्वरा शक्ति खत्म हो गई है। जगह-जगह गड्ढों की वजह से वह खेती नहीं कर पा रहे हैं। अधिकारियों से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है।
माफिया कर रहे अवैध खनन, फसल हो रहीं नष्ट, किसान परेशान
ब्लॉक अकराबाद के गांव सिकन्दरपुर क्षेत्र में खनन माफिया बेखौफ होकर जेसीबी से धरती का सीना चीर रहे हैं। जिस कारण आस-पास के खेत मालिक परेशान हैं। लोगों ने बताया कि गांव में रात के अंधेरे में जेसीबी से खनन कर डंपर से मिट्टी भेजी जा रही है। बावजूद इसके बाद भी पुलिस प्रशासन मौन है।
थाना सासनीगेट के नगला पला साहिबाबाद के रहने वाले अमित यादव पुत्र रामसिंह ने बताया कि गांव सिकन्दरपुर में उनके मामा के खेतों के पास खेत मालिक श्यौराज रात के अंधेरे में अवैध रूप से जेसीबी से मिट्टी का खनन करा रहा है। जिस कारण आस-पास की उपजाऊ जमीन प्रभावित हो रही है। वहीं, खेतों में खड़ी फसल यहां से गुजरने वाले डंफर के कारण नष्ट हो रही है। इसके अलावा अन्य किसानों ने बताया कि सिकन्दरपुर गांव के पास अवैध रूप से मिट्टी का खनन हो रहा है। ठेकेदार बिना परमिशन के जगह-जगह से मिट्टी का खनन कर मिट्टी को बेच रहा है। जब विरोध किया गया तो ठेकेदार ने खनन का कार्य रोकने से मना कर दिया। उन्होंने बताया कि ठेकेदार एक मीटर की जगह खेतों से दो से ढाई मीटर गहरा खुदाई करा रहा है। जो नियम के विरूद्ध है। जिलाधिकारी को प्रार्थना पत्र देकर खनन का कार्य रोके जाने की मांग की है। एसडीएम कोल संजीव कुमार ओझा का कहना है कि मामले की जांच कराई जाएगी। यदि अवैध रूप से खनन हो रहा है तो कार्रवाई होगी।