रोटेशन में फंस सकती हैं कई सीट ,नेताजी संशय में
टाइगर कमांड
दिल्ली : नगर निगम चुनावो में कब 5 महीने का समय बचा है। ऐसे में कई दलों में टिकिट के साथ एक और चिंता का लकीर बनी हुई है। और वो है सीट रोटेशन की। हालांकि कुछ तथा कथित लोकल अखबारों में परिसीमन को लेकर पिछले सालों से भ्रामक खबर चलाई गई कि चुनाव आयोग परिसीमन करने जा रहा है। जबकि राज्य निर्वाचन आयोग के अनुसार अभी तक ऐसा कुछ तय नही हुआ है। हा इतना जरूर है कि दिल्ली नगर निगम संशोधन अधिनियम 2011 के अनुसार नगर निगम चुनाव से पहले सभी 272 सीटों का रोटेशन करने का प्रवधान है। चुनाव लड़ने में सभी वर्गों की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए विभिन्न फार्मूलों के तहत रोटेशन की प्रक्रिया पर काम होता है। इस प्रक्रिया में किसी भी सीट का प्रोफाइल बदल सकता है। अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए आरक्षित सीट इसी वर्ग में महिला के लिए आरक्षित हो सकती है तो सामान्य श्रेणी की कोई सीट कहीं महिला के लिए आरक्षित की जा सकती है और कहीं पूर्व में महिला के लिए आरक्षित सीट को सामान्य में लाया जा सकता है।
जानकारी के मुताबिक पिछली बार अप्रैल 2017 में हुए निगम चुनावों के लिए सीटों के रोटेशन की अधिसूचना छह फरवरी 2017 को प्रकाशित हुई थी। इस बार भी जनवरी 2022 में मतदाता सूची पुनरीक्षण के बाद ही इसकी घोषणा किए जाने की संभावना है कि कौन सी सीट अपने पूर्ववर्ती स्वरूप में रहेगी और किन किन सीटों का प्रोफाइल बदल जाएगा। इस आशय की घोषणा और अधिसूचना के बाद ही विभिन्न्न राजनीतिक पार्टियों द्वारा प्रत्याशी चयन की भूमिका को अंतिम रूप दिया जाएगा।