अपराधदिल्ली

नीमड़ी गांव कमेटी को बदनाम कर रहा कथित फर्जी पत्रकार,चुनाव समिति पर ही लगा दिए आरोप

नीमड़ी गांव कमेटी को बदनाम कर रहा कथित फर्जी पत्रकार,चुनाव समिति पर ही लगा दिए आरोप
टाइगर कमांड
शास्त्री नगर : यहाँ नीमड़ी गांव कमेटी को एक कथित पत्रकार जो अपने फर्जी अपटेड द्वारा बदनाम करने की कोशिश का मामला प्रकाश में आया है। यह कथित पत्रकार पूर्व में भी कई लोगो के साथ साथ मंदिरो तक को बदनाम करने की नाकाम कोशिस कर चुका है। पक्का सबूतों के आधार पर जानकारी मिली है।कि इसका एक संगठित गिरोह है। जिसमे दो तीन घटिया किस्म के लोग शामिल है। जो शास्त्री नगर के प्रतिषिठत लोगों के खिलाफ झूठी खबर का डर दिखाकर उनको ब्लैकमेल करते है। और जब वो ब्लैकमेल नही होता तो उसके खिलाफ उल्टा पुल्टा झूठी खबर छापकर उसको बदनाम करने की कोशिश करते है। ऐसा कृत्य वह पहले सदर विधायक और निगम पार्षद के खिलाफ भी कर चुके है। पूरा शास्त्री नगर इस गैंग से परेशान है। अब इस गैंग में नीमड़ी गांव कमेटी को निशाना बनाया है। इसने पहले तो कमेटी को ब्लैकमेल करने की कोशिश की जब कमेटी इसके दबाब में नही आई तो इसने कमेटी के खिलाफ ही उल्टा पुल्टा अपनी वेबसाइट पर लिख दिया। अखबार में इसलिए नही छापा की यह जानता था कि यह फर्जी खबर है। और इससे मान हानि और आपराधिक केस बन जायेगा। यही नही इसने चुनाव समिति जिसमे नारायण लाल गुप्ता, बलराज सैनी, विरेंद्र शर्मा व राजेंद्र मिश्रा‌ आदि शामिल थे उन पर ही गंभीर और मनगढ़ंत आरोप लगा दिए। जबकि चुनाव समिति में यह गांव के बुजुर्ग और प्रतिष्टित लोग है। यही नही इसने जिन लोगो का यह हवाला दिया है। कि गांव के लोग नाराज है उसमें से एक भी व्यक्ति गांव का निवासी है ही नही। सिर्फ और सिर्फ अपनी झूठी खबर के लिए इसने पूरे गाँव के लोगो को ही बदनाम कर दिया।

कमेटी और चुनाव समिति करेगी कथित पत्तलकार पर वैधानिक कार्यवाही…
चूँकि यह कथित पत्तलकार, पत्रकार नही क्योकि जो अपने स्वार्थ के लिए झूठी खबरे चलाये उसे पत्तलकार ही बोलते है। इस पर नीमड़ी गांव कमेटी की चुनाव समिति वैधानिक कार्यवाही करने का मन बना चुकी है। और जल्दी ही इस पर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

पहले भी छाप चुका है कमेटी के खिलाफ झूठी खबर..
इसकी करतूत यह नई नही है। यह पहले भी कमेटी के खिलाफ झूठी खबर छाप चुका है। और मज़े की बात तो यह खुद ही उस झूठी खबर के बाद कमेटी के पक्ष में भी दोबारा लिख चुका है। इससे साबित होता है कि यह पत्रकार नही बल्कि बंदर के हाथ मे उस्तरा है। कमेटी के प्रधान प्रदीप दहिया ने कहा है कि ऐसे असमाजिक और फर्जी पत्तलकारिता करने वालो के खिलाफ कमेटी अब सख़्त कार्यवाही का मूड बना चुकी है।

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