स्पेशल सेल ने चार इनामी बदमाशों को पकड़ा।
9 पिस्तौल,123 कारतूस बरामद।
इंद्र वशिष्ठ
हत्या, लूट और जबरन वसूली में शामिल अंतरराज्यीय गिरोह के चार इनामी बदमाशों को दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने गिरफ्तार किया है।
ये बदमाश अपने दुश्मन गिरोह के सरगना सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया और उसके साथियों की हत्या करने के इरादे से आए थे।
ये चारों गठबंधन कर बनाए बदमाशों के
अंतराज्यीय महागिरोह ( गोगी,लॉरेंस विश्नोई, अशोक प्रधान गिरोह) के हैं। इनके पास से 9 पिस्तौल और 123 कारतूस बरामद हुए हैं।
दिल्ली और हरियाणा पुलिस ने इन चारों पर चार लाख से ज्यादा का इनाम घोषित किया हुआ था।
गैंगवार का ऐलान-
रोहिणी अदालत में 24 सितंबर 2021 को बदमाश जितेंद्र गोगी की हत्या के बाद से गैंगवार की आशंका जताई जा रही है।
सोशल मीडिया पर उसके गिरोह द्वारा गोगी की हत्या का बदला लेने का ऐलान किया जा चुका है। इसलिए पुलिस चौकन्नी होकर बदमाशों की गतिविधियों पर नजर रख रही हैं।
स्पेशल सेल (दक्षिण-पूर्वी रेंज) के एसीपी संजय दत्त की रहनुमाई में पुलिसकर्मियों की टीम बदमाशों की गतिविधियों की टोह लेने में जुटी हुई थी।
इसी दौरान इस टीम को पता चला कि बदमाश अपने दुश्मन गिरोह के व्यक्ति की हत्या करने के लिए दिल्ली के प्रहलाद पुर या खेड़ा गांव में आएंगे।
कई हत्या करने का इरादा-
इस सूचना के आधार पर एक अक्टूबर को इंस्पेक्टर मान सिंह की टीम ने प्रहलाद पुर से खेड़ा गांव की ओर कार में जा रहे अनुज उर्फ मोहित (झज्जर), हर्ष उर्फ मिथुन (आसोधा), सागर राना उर्फ काला (खरखौदा) और सुमित उर्फ कालू (आसोधा) को गिरफ्तार किया।
पुलिस के अनुसार इन बदमाशों ने घिर जाने पुलिस पर गोली चला कर भागने की कोशिश भी की थी। लेकिन पुलिस ने इन्हें दबोच लिया। पीछे दूसरी कार में आ रहे इनके दो साथी कार छोड़ कर भाग गए।
पुलिस के अनुसार अपने गिरोह सरगना के कहने पर इनका इरादा टिल्लू ताजपुरिया के अलावा नीरज बवानिया और नवीन बाली गिरोह के मोनू बाजीतपुरिया,विशाल मान और नरेश ताजपुरिया की भी हत्या करने का था।
इनाम –
दिल्ली, हरियाणा, पंजाब, राजस्थान और उत्तर प्रदेश में अपराध करने वाले यह बदमाश हत्या के 15 और हत्या की कोशिश, लूट और जबरन वसूली आदि के 30 मामलों में शामिल हैं।
अनुज पर दिल्ली पुलिस ने दो लाख बीस हजार रुपए का इनाम घोषित किया हुआ था। हरियाणा पुलिस ने सागर राना पर एक लाख रुपए, हर्ष पर 75 हजार और सुमित पर 50 हजार रुपए का इनाम रखा हुआ था।
दोस्त से बने जानी दुश्मन-
जितेंद्र गोगी और सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया पहले दोस्त थे लेकिन फिर एक दूसरे के जानी दुश्मन बन गए। दुश्मनी/ गैंगवार में पिछले एक दशक में दोनों गिरोहों के अनेक लोग मारे जा चुके है।
अदालत में हत्या-
रोहिणी अदालत में 24 सितंबर 2021 को जज गगनदीप सिंह के सामने ही वकीलों के वेश मेंं आए दो बदमाशों ने जितेंद्र उर्फ गोगी की गोली मार कर हत्या कर दी। पुलिस ने दोनों हत्यारों
राहुल त्यागी और जगदीप को मार गिराया।
गोगी की हत्या जेल में बंद उसके दुश्मन सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया ने बदमाश सुनील राठी की मदद से करवाई है। सुनील इस समय रिमांड पर अपराध शाखा की हिरासत में हैं।
अंतरराज्यीय बदमाशों का गठबंधन-
कुख्यात बदमाशों ने मिलकर अब दो बड़े गिरोह यानी महागिरोह बना लिए हैं। जिसमें तिहाड़ में बंद लॉरेंस विश्नोई (पंजाब), संपत नेहरा और संदीप उर्फ काला जठेड़ी (हरियाणा) का एक महागिरोह है। इनका दिल्ली के बदमाश जितेंद्र मान उर्फ गोगी गिरोह ,अशोक प्रधान गिरोह, राजेश बवानिया, हाशिम बाबा और फरार कपिल सांगवान उर्फ नंदू गिरोह से गठजोड़ है।
दूसरा गठजोड़ नीरज बवानिया, सुनील उर्फ टिल्लू ताजपुरिया,सोनू दरिया पुर,पूर्व विधायक रामबीर शौकीन, इरफान उर्फ छेनू ,नवीन बाली, नासिर और पश्चिम उत्तर प्रदेश के सुनील राठी का है। ये फिलहाल दिल्ली में तिहाड़,मंडौली और रोहिणी जेल में है।
साल 2018 में बागपत जेल में कुख्यात बदमाश मुन्ना बजरंगी की गोली मार कर हत्या करने वाला सुनील राठी मंडौली जेल में है।
पुलिस टीम-
स्पेशल सेल के एसीपी संजय दत्त की रहनुमाई/देखरेख में बदमाशों को पकड़ने वाली पुलिस टीम के सदस्यों के नाम हैं इंस्पेक्टर मान सिंह, अतुल त्यागी। सब-इंसपेक्टर- प्रवीण कुमार, पुनीत,रवि, प्रदीप, प्रीति शर्मा, राजेश और कुलदीप। एएसआई- शिव मंगल, सुनील, दीपक, वीरेंद्र, लवी, बलवान और सुंदर पाल।
हवलदार- मंजीत, कर्मपाल, रामजस,दिनेश, रोहित, प्रदीप और योगेश।
सिपाही- मोनू , रोबिन,आशीष और दीपक।
इस टीम ने अपने सूत्रों,मुखबिरों और मोबाइल फोन की तकनीकी निगरानी के माध्यम से इन अंतराज्यीय बदमाशों के बारे मे सूचनाएं जुटाई और बदमाशों को पकड़ने में सफल हुए।