*- सभी स्कूलों में प्रवेश के लिए आए 26,687 आवेदनों में से 2794 बच्चों को एसटीईएम, मानविकी और 21वीं सदी के कौशल स्कूलों में प्रवेश मिलेगा*
*- स्कूलों में प्रवेश के लिए चयनित छात्रों में से करीब दो-तिहाई सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों से हैं, बाकि छात्र निजी स्कूलों से हैं*
*- उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सभी एसओएसई के स्कूल प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के साथ बातचीत की, पूरे देश के सामने उत्कृष्टता का एक नया आयाम स्थापित करने का आह्वान किया*
*- एसओएसई में शिक्षक छात्रों के लिए नया सीखने में सहायक बनेंगे, यह दूसरों के लिए अनुसरण का मॉडल बन जाएगा- मनीष सिसोदिया*
दिल्ली के स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस स्कूल (एसओएसई) के नतीजे घोषित कर दिए गए हैं। छात्र अपना परिणाम एसओएसई की वेबसाइट edudel.nic.in/sose/ पर देख सकते हैं। सभी एसओएसई में प्रवेश प्रक्रिया सोमवार से शुरू हो जाएगी। छात्रों ने 12 अगस्त से 19 अगस्त तक एसओएसई के लिए ऑनलाइन आवेदन किया था। तब एसओएसई में प्रवेश की 4 श्रेणियों में लगभग 26,687 आवेदन प्राप्त हुए थे। इसके बाद 27 से 31 अगस्त तक 67 परीक्षा केंद्रों पर योग्यता परीक्षा आयोजित की गई। जिसमें लगभग 14,245 छात्रों ने परीक्षा दी।
इस प्रक्रिया के माध्यम से कुल 2,794 छात्रों का चयन किया गया है। उन्हें एसटीईएम, मानविकी और हाई-एंड 21 वीं सदी के कौशल स्कूलों में प्रवेश मिलेगा। परफोर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स स्कूलों के लिए ऑडिशन चल रहे हैं और 13 सितंबर को पूरे होंगे। परफोर्मिंग एंड विजुअल आर्ट्स स्कूलों के अंतिम परिणाम अगले सप्ताह की शुरुआत में घोषित किए जाएंगे। वहीं चयनित 2,794 छात्रों की प्रवेश प्रक्रिया संबंधित एसओएसई में 13 सितंबर से शुरू होगी। एसटीईएम स्कूलों में कक्षा 9 और 11 में प्रवेश दिया जा रहा है। इसके अलावा बाकी स्कूलों में छात्रों को कक्षा 9 में ही प्रवेश दिया जाएगा।
परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन सख्ती के साथ किया गया। योग्यता परीक्षा में कट-ऑफ से अधिक अंक लाने वाले छात्रों का चयन किया गया है। 8 एसटीईएम स्कूलों में, 960 छात्रों को कक्षा 9 में प्रवेश मिलेगा। इसके अलावा कक्षा 11वी में 814 छात्रों को प्रवेश दिया जाएगा। वहीं मानविकी और 21 वीं सदी का कौशल विकसित करने वाले पांच-पांच स्कूल हैं। मानविकी से जुड़े स्कूलों में 420 और 21 वीं सदी के कौशल स्कूलों में प्रवेश के लिए 600 छात्रों का चयन किया गया है। स्कूलों में प्रवेश के लिए चयनित छात्रों में से करीब दो-तिहाई सरकारी और सरकारी सहायता प्राप्त स्कूलों से हैं, जबकि बाकि छात्र निजी स्कूलों से हैं।
उपमुख्यमंत्री श्री मनीष सिसोदिया ने चयनित सभी छात्रों और उनके अभिभावकों को बधाई दी। उन्होंने सभी स्कूलों के प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के साथ बातचीत की और पूरे देश के सामने उत्कृष्टता का एक नया आयाम स्थापित करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि एसओएसई में शिक्षकों की भूमिका बदलने जा रही है। एसओएसई में शिक्षक छात्रों के लिए नया सीखने में सहायक बनेंगे। दिल्ली के सभी स्कूल धीरे-धीरे इस मॉडल का पालन करेंगे और शिक्षार्थी केंद्रित शिक्षा प्रणाली अपनाएंगे।