पानी बिजली पर भाजपा कर सकती है केजरीवाल के विधायकों के आवास पर प्रदर्शन
बिजली-पानी के संकट के बीच केजरीवाल सरकार दिल्ली से गायब: आदेश गुप्ता
– योगेश भारद्वाज
नई दिल्ली। दिल्ली में चुनावी सरगर्मी के बीच अब राजनैतिक प्यास जाग उठी है। जिसको लेकर कब सभी दल कमर कस चुके है। दिल्ली में जिस पानी बिजली को लेकर केजरीवाल सरकार सत्ता में आयी थी। अब उसी पानी बिजली को भाजपा मुद्दा बनाकर केजरीवाल सरकार से दो दो हाथ करने को तैयार है। इसको लेकर भाजपा 8 जुलाई तक केजरीवाल सरकार के विधायकों के आवास पर जोरदार प्रदर्शन कर सकती है। प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आरोप लगाया कि एक ओर दिल्ली वाले बिजली-पानी की मार झेल रहे हैं तो दूसरी ओर दिल्ली सरकार के मंत्री एवं जल बोर्ड के प्रमुख राघव चढ्ढ़ा सहित आम आदमी पार्टी के मुखिया दूसरे राज्यों में ‘राजनीतिक पर्यटन’ यानि अपनी पार्टी की गतिविधियों को बढ़ाने में व्यस्त हैं।
उन्होंने कहा कि दिल्ली में उमसभरी गर्मी अपने चरम पर हैं। दिल्लीवाले पानी की किल्लत तो पिछले काफी समय से झेल रहे थे कि अब कोड़ में खाज की तरह बिजली कटौती की मार ने लोगों का दर्द बढ़ा दिया है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि दूसरे राज्यों जैसे पंजाब में जाकर 300 युनिट बिजली बिल देने के झूठे दावे करने वाले केजरीवाल से सवाल पूछना चाहिए कि मुफ्त बिजली तो छोड़िए शाहबाद की झुग्गियों में बिजली तक नहीं है, आखिर क्यों? एक रिक्शा चलाने वाले का एक महीने का बिल 5030 रूपए आता है। उन्होंने कहा कि बिजली सब्सिडी देने के नाम पर सरकार ने 1131 करोड़ का बिजली घोटाला किया गया है। जिसके लिए भाजपा सड़क पर आंदोलन भी कर चुकी है। दिल्ली में लगभग 4 लाख दुकानें शॉपिंग मार्केट में, लगभग 2 लाख ऑफिस, ट्रेड एवं कॉम्पलैक्स व डिस्ट्रिक सेंटर में हैं। इसके अलावा 1 लाख दुकानें होल सेल मार्केट में हैं। लॉकडाउन के दौरान यह सब भी पूरी तरह बंद थे। बावजूद बिजली बिल भेजा गया। आदेश गुप्ता ने कहा कि दिल्ली के कई इलाकों में लोग उमसभरी गर्मी में पानी की बूंद-बूंद को तरस रहे हैं और उनमें टैंकरों से पानी भरने के लिए आपस में झगड़े तक हो रहे हैं। टैंकरों के आने-जाने और पानी सप्लाई के लिए लोग पूरी तरह टैंकर माफियाओं पर निर्भर हैं और पानी के लिए सुबह-शाम जदोजहद करना उनकी दिनचर्या का हिस्सा बन चुका है। उन्होंने कहा कि वही ऐसी कॉलोनियों में जहां पानी पाइपलाइनों से सप्लाई होता है, बिजली कटौती के मारे परेशान हैं। अनेक क्षेत्रों में बिजली उसी समय जा रही है जब पानी सप्लाई होती है जिससे इन कॉलोनियों के लोग गर्मी के साथ-साथ पानी तक के लिए तरस रहे हैं। गुप्ता ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उनके मंत्री बिजली-पानी की किल्लत को लेकर जरा भी संवेदनशील नहीं है। इस संकट से पार पाने के लिए केजरीवाल सरकार के स्तर पर कोई ठोस कदम उठाने की बजाये सभी जिम्मेदार मंत्री दिल्ली के बाहर पार्टी के विकास में जुटे हुए हैं