अलीगढ़ में 100 हिन्दू परिवार क्यों हुए घर छोड़ने को मजबूर? घरों के बाहर लिखा-‘यह मकान बिकाऊ’
टाइगर कमांड ब्यूरो
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जनपद में टप्पल थाना क्षेत्र के गांव नूरपुर में समुदाय विशेष के लोगों द्वारा बारात चढ़ने से रोकने पर नाराज करीब 100 हिंदू परिवार पलायन करने को मजबूर हैं. हिंदू परिवार की बारात में समुदाय विशेष के लोगों ने जमकर मारपीट की थी और मारपीट का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसके बाद सभी लोगों ने अपने मकान के दरवाजों पर मकान बिकाऊ है लिखकर मकान बेचने की अपील की है.
एक व्यक्ति की तहरीर पर थाना टप्पल पुलिस ने समुदाय विशेष के 11 लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली है, हालांकि दूसरे पक्ष से भी तहरीर दी गई है. दोनों की तहरीर की जांच की जा रही है. मामला 26 मई की दोपहर का है नूरपुर गांव के एक निवासी अनुसूचित जाति के ओमप्रकाश की दो बिटिया की बारात चढ़ने से रोका और बारात का विरोध करते हुए बारातियों और गांव के हिंदुओं पर लाठी-डंडों से हमला कर दिया था, जिसमें लगभग आधा दर्जन लोग घायल हो गए.
बताया जा रहा है कि बारात मुख्य मार्ग पर मस्जिद के पास से गुजर रही थी. उसी दौरान समुदाय विशेष के कुछ लोगों ने बारात चढ़त का विरोध किया था. मामला बढ़ता देख पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने वैधानिक कार्रवाई करते हुए मामला दर्ज कर लिया है.
गांव में रहने वाली ज्ञानवती ने बताया कि बारात को निकलने नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि वह अपनी इच्छा के अनुसार घर बेच रहे हैं. वहीं मुन्नी ने बताया कि 26 तारीख को बारात आई. गांव से एंट्री होने वाले रास्ते से ये लोग बारात नहीं निकलने देते हैं. उन्होंने कहा कि हम लोग उनसे पहले से यहां बसे हुए हैं. ये लोग तो बाद में आएं हैं. अब बारात आती है तो ये लोग मार पिटाई करते हैं और लूटपाट करते हैं. पुलिस को सूचना दी है लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. जब ये नहीं रहने देंगे तो यहां रहकर क्या करेंगे.
वहीं गांव में ही रहने वाले गौरी शंकर ने बताया कि जब भी हमारी बेटियों की बारात चढ़ती है तो यह लोग उसे निकलने के लिए रास्ता नहीं देते हैं. हमारे खिलाफ जातिसूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हैं और शादियों की गाड़ी पर हमला करते हैं. उन्होंने कहा कि इन्होंने मेरा मोबाइल और अंगूठी छीन ली थी लेकिन वो आजतक वापस नहीं मिली है.
यह है मामले की मूल वजह
उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में है नूरपुर गाँव। टप्पल थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाला यह गाँव मुस्लिम बहुल है। एक रिपोर्ट के मुताबिक गाँव में लगभग 800 मुस्लिम परिवार रहते हैं। हिन्दुओं के 125 परिवार हैं, जिनमें अधिकतर आबादी जाटव समाज (अनुसूचित जाति) की है।
यह गाँव दलितों के कुछ घरों पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिखे जाने के बाद चर्चा में है। हालाँकि अलीगढ़ पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से खैर के क्षेत्राधिकारी की बाइट ट्वीट की है। इसमें बताया गया है कि पुलिस ने गाँव का दौरा किया है और अब इस तरह की स्थिति नहीं है।
इस पहले पत्रकार केशव मालान ने इस गाँव से एक वीडियो रिकॉर्ड किया था। इसमें उन्होंने बताया था कि नूरपुर में कई ऐसे हिंदुओं के घर हैं जिन पर ‘मकान बिकाऊ है’ लिखा हुआ है। उनके मुताबिक हिंदुओं ने यह सब मजबूरी में लिखा है, क्योंकि मुस्लिम गाँव में उनकी बहन-बेटियों पर भद्दे कमेंट किए जाते हैं। हिंदुओं की बेटियों की बारात को चढ़ने नहीं दिया जाता है।
दरअसल यह पूरा विवाद एक बारात को लेकर ही है। इस संबंध में गाँव के ओमप्रकाश ने पुलिस में तहरीर भी दी है। इसमें उन्होंने कहा है कि 26 मई को उनकी बेटी की बारात निकल रही थी। मुस्लिम समुदाय के कुछ लोगों ने बारात पर पथराव और तोड़फोड़ की। उन्होंने कहा है कि गाँव के ही वकील पुत्र अल्लाराजी के भड़कावे में आकार कलुआ, सरफू, सोहेल और फारुख समेत कुछ लोगों ने गाली दी और बारात को निकलने से मना किया। पथराव किया जिससे गाड़ी के शीशे क्षतिग्रस्त हो गए और कई लोगों को चोटें भी आई।