शास्त्री नगर में L-233 के अवैध मकान की जे ई ने रिश्वत के दम पर दी गलत रिपोर्ट, जे ई को नज़र नहीं पार्किंग चलता ऑफिस, 5 मंजिल भी नहीं दिखी
टाइगर कमांड
शास्त्री नगर : दिल्ली के शास्त्री नगर में जहाँ एक और अवैध निर्माणों की फैक्ट्री खुली हुई है तो वही दूसरी और यहाँ का जे ई रिश्वत ले मोटा माल काट रहा है। यहाँ का जे ई अवैध बिल्डिंगों को रिश्वत के दम पर अवैध से वैध कर देता है। ऐसा ही मामला यहा के एक कथित पत्रकार की बिल्डिंग का हैं। जो DMC एक्ट के प्रवधानों का पूरा उलंघन करती है। 27 गज में बनी यह बिल्डिंग 5 मंजिल हे और इसमें सब स्टैंडर्ड मेटीरियल का इस्तेमाल किया हुआ है। जिसके कारण यह बिल्डिंग एक और झुकी हुई है। यही नहीं इसकी पार्किंग में बाकायदा एक कमर्सिअल ऑफिस भी चलाया जा रहा है। जिसकी कई शिकायतें निगम में मौजूद है। अब कमाल देखिये जे ई की रिपोर्ट का जे ई रिपोर्ट देता है।कि यहाँ कोई नया निर्माण नहीं हुआ है? जबकि उसने यह नहीं बताया कि क्या ये बिल्डिंग 5 मंजिल नहीं है? इस बिल्डिंग में सब स्टैंडर्ड मेटीरियल यूज़ हुआ की नहीं? यह बिल्डिंग एक और झुकी हे की नहीं? इस बिल्डिंग में इतना लंबा चौड़ा कॉमर्शियल ऑफिस इसकी पार्किंग में चल रहा है वो जे ई को दिखा ही नहीं? मज़े की बात तो यह रही की जे ई को जहाँ से सेवा नहीं मिलती उस बिल्डिंग को तोड़ दिया जाता है। जबकि जहाँ से माल मिलता है वो छोड़ दी जाती है? क्यों लगता है जे ई को कोर्ट की भाषा ही समझ आती है। शेष….