भाजपा कार्यकर्ताओं ने आज 2000 स्थानों पर प्रदर्शन कर केजरीवाल सरकार द्वारा जल बोर्ड में किए गए 26,000 करोड़ रुपये के घोटाले की पोल खोली
ईमानदारी की कसमें खाने वाले अरविन्द केजरीवाल जनता के 26,000 करोड़ रुपये डकार गए हैं-आदेश गुप्ता
नई दिल्ली, 25 जनवरी। दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सभी मंडलों में करीब 2,000 जगहों पर केजरीवाल सरकार द्वारा जल बोर्ड में किए गए 26,000 करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए प्रदर्शन किए गए। बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने इसमें हिस्सा लिया। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने करोल बाग़ जिले के आर के आश्रम मेट्रो स्टेशन पर प्रदर्शनकारी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए केजरीवाल सरकार के खिलाफ हल्ला बोला। आर के आश्रम में हुए प्रदर्शन में प्रदेश उपाध्यक्ष अशोक गोयल देवराहा, जिला अध्यक्ष राजेश गोयल, निगम पार्षद बबीता भरीजा और मंडल अध्यक्ष मनीष चढ्ढ़ा उपस्थित थे। इसके अलावा दिल्ली के अलग-अलग हिस्सों में हुए प्रदर्शन में भाजपा नेताओं ने नेतृत्व किया जिनमें नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी, प्रदेश महामंत्री कुलजीत सिंह चहल, हर्ष मल्होत्रा और दिनेश प्रताप सिंह, प्रदेश उपाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, राजीव बब्बर और राजन तिवारी, विधायक विजेन्द्र गुप्ता, अभय वर्मा, अजय महावर और प्रदेश मीडिया प्रभारी नवीन कुमार शामिल हैं।
आदेश गुप्ता ने कहा कि जो ईमानदारी की कसमें खाते थे, जो गाड़ी और बंगला नहीं लेने की बात करते थे और जो सुरक्षा नहीं लेने की बात करते थे, वही केजरीवाल आज भ्रष्टाचार में ऊपर से नीचे तक डूबे हुए हैं। शर्म की बात है कि दिल्ली भाजपा ने पूरे शहर में जो पोस्टर और होर्डिंग्स लगाए थे उसको राजनीतिक तंत्रों द्वारा फाड़वाया जा रहा है। उन्होंने केजरीवाल को चुनौती दी कि पोस्टर फाड़ने से ये घोटाला छुपने वाला नहीं है। पूरी दिल्ली के सामने आप बेनकाब हो चुके हैं कि दिल्ली सरकार में सबसे बड़ा भ्रष्टाचार का अड्डा जल बोर्ड के अंदर है। कभी फायदें में चलने वाला जल बोर्ड केजरीवाल सरकार के आने के बाद कंगाली और बर्बादी के दौर से गुजर रहा है। दिल्ली जल बोर्ड को हर साल 3400 करोड़ रुपये लोन का ब्याज चुकाना पड़ता है जबकि सिर्फ 24,00 करोड़ रुपये जल बोर्ड की आय है। आदेश गुप्ता ने मांग किया करते हुए कहा कि केजरीवाल जी, अगर मुख्यमंत्री की कुर्सी आपसे नहीं संभल रही है तो इस्तीफा दे दीजिए। आपको उस पर बैठने का कोई अधिकार नहीं है।
आदेश गुप्ता ने कहा कि जल बोर्ड में जो 26,000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है उसका कोई हिसाब नहीं है। ये पैसा कहां गए, किसे दिया गया, इन सभी सवालों का जवाब दिल्ली सरकार को देना ही पड़ेगा। दिल्ली की यमुना को टेम्स नदी बनाने का वादा, दिल्लीवालों को यमुना में डुबकी लगवाने का वादा हो या फिर घर-घर में नल से साफ जल पहुंचाना हो, कोई भी वादा केजरीवाल सरकार ने पूरा नहीं किया है।