राहत पहुंचाने की बजाय राहत छीनने का काम करने वाले मुख्यमंत्री केजरीवाल हर मोर्चे पर फेल रहे हैं
मुख्यमंत्री केजरीवाल से अगर दिल्ली की कमान नहीं संभाली जा रही है तो उन्हें मुख्यमंत्री पद पर रहने का कोई अधिकार नहीं है
नई दिल्ली। दिल्ली सरकार हर मोर्चे पर फेल है, इसे लेकर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली भाजपा मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने कहा कि दिल्ली सरकार कोरोना के मामलों को नियंत्रित नहीं कर पाई, प्रदूषण की समस्याओं को नहीं रोक पाई, दिल्लीवासियों को जहरीला पानी सप्लाई कर रही। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार खुद न काम करके केंद्र सरकार से मदद की गुहार लगाती है, और कोरोना के शुरुआती दौर में भी ऐसा ही हुआ दिल्ली सरकार ने तो दिल्लीवासियों को स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में भटकने के लिए छोड़ दिया और फिर माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने दिल्ली की कमान सम्भालने के बाद कोरोना मामले नियंत्रित हुए। एक बार फिर से अपनी जिम्मेदारियों से भागने वाले मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की नाकामियों के कारण दिल्ली में कोरोना के मामले बढ़ने लगे, माननीय गृह मंत्री अमित शाह जी ने फिर से दिल्ली को कोरोना संकट से बचाने का बीड़ा उठाया।
नवीन कुमार ने कहा कि प्रदूषण की समस्याओं को लेकर कोर्ट ने दिल्ली सरकार को तीन बार फटकार लगा चुकी हैं लेकिन दिल्ली सरकार ने जमीनी स्तर पर काम करने की बजाए अपना प्रचार प्रसार करने में लगी। जो पैसे दिल्ली सरकार को एंटी-स्मॉग टावर लगवाने खर्च करना चाहिए था उसे अपने फोटो को हार्डिंग पर चमकाने में खर्च कर रहे है। उन्होंने कहा कि पराली को खाद बनाने के लिए कृषि मंत्रालय के पूसा इंस्टीट्यूट द्वारा तैयार किया गया घोल जो 4 साल से इस्तेमाल किया जा रहा है उसकी सुविधाएं देने की बजाए दिल्ली सरकार उसके लिए भी सिर्फ प्रचार ही कर रही है।
पानी की समस्या का जिक्र करते हुए नवीन कुमार ने कहा कि चुनाव के दौरान दिल्ली सरकार ने वादा किया था कि वह दिल्लीवासियों को 24 घंटे स्वच्छ पानी की आपूर्ति करेगी लेकिन वास्तव में दिल्ली सरकार अमोनिया युक्त जहरीला पानी की आपूर्ति कर रही है। दिल्ली सरकार ने दिल्ली जल बोर्ड को लगभग 50,000 करोड़ रुपए दिए जिसके खर्च का भी कोई हिसाब नहीं है और इसके बावजूद भी लोगों को जहरीला पानी पीने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
नवीन कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने छठ महापर्व पर प्रतिबंध लगा कर हिंदुओं की आस्था को ठेस पहुंचा रही है, ग्रीन पटाखों का लाइसेंस बांटकर उसे बैन कर दिया और व्यापारियों का दिवाला निकाल दिया, बिहार और उत्तर प्रदेश के लोगों का अपमान किया। मुख्यमंत्री केजरीवाल दिल्ली वासियों को गुमराह कर उनकी गाड़ी कमाई के पैसों से खुद का प्रचार प्रसार करने में सबसे आगे हैं, बाकी काम करने में फेल हैं। दिल्लीवासियों को राहत देने की बजाय मुख्यमंत्री केजरीवाल ने उनसे राहत छीनने का काम किया है। पूरी तरह से फेल मुख्यमंत्री केजरीवाल से दिल्ली की कमान नहीं संभाली जा रही है तो उन्हें तुरंत अपने पद से इस्तीफा दे देना चाहिए।