नौसेना के गद्दारों को धन देने वाला पाक एजेंट गुजरात का व्यापारी गिरफ्तार।
इंद्र वशिष्ठ
पाकिस्तान के लिए जासूसी करने वाले गद्दार भारतीय नौसेना कर्मियों को धन देने के आरोप में गुजरात के एक व्यापारी को राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया है।
एनआईए की प्रवक्ता डीआईजी सोनिया नारंग ने बताया कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई के लिए काम करने वाला गीतेली इमरान (37) निवासी पंचमहल, गोधरा (गुजरात) विशाखापत्तनम जासूसी मामले में एक प्रमुख अभियुक्त हैं।
व्यापार की आड़ में देशद्रोह-
एनआईए को तफ्तीश में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी गीतेली इमरान सीमा पार कपड़ा व्यापार की आड़ में पाकिस्तानी जासूसों / आईएसआई एजेंटों से जुड़ा हुआ था। पाकिस्तान स्थित जासूसों के निर्देशों के अनुसार उसने भारतीय नौसेना के कर्मियों के बैंक खातों में नियमित अंतराल पर उनके द्वारा उपलब्ध कराए गए संवेदनशील और गोपनीय सूचनाओं के एवज में पैसा जमा किया।
इमरान गितेली के घर की तलाशी में कुछ डिजिटल उपकरण और दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
भारतीय नौसेना के गद्दार बने पाकिस्तान के जासूस-
यह मामला एक अंतरराष्ट्रीय जासूसी गिरोह से संबंधित है जिसमें पाकिस्तान में स्थित और भारत के विभिन्न स्थानों के व्यक्ति शामिल हैं।
भारतीय नौसेना के जहाजों, पनडुब्बियों और अन्य रक्षा प्रतिष्ठानों के स्थानों / गतिविधियों के बारे में संवेदनशील और ख़ुफ़िया/ वर्गीकृत जानकारी एकत्र करने के लिए पाकिस्तानी जासूस भारत में एजेंटों की भर्ती करते हैं।
सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क-
एनआईए को जांच से पता चला है कि कुछ नौसेना कर्मी विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों जैसे फेसबुक, व्हाट्सएप आदि के माध्यम से पाकिस्तानी आईएसआई जासूसों के संपर्क में आए और धन लाभ के बदले महत्वपूर्ण ख़ुफ़िया जानकारी साझा करने में शामिल थे।
व्यापारी पैसा पहुंचाते-
पैसा नौसेना कर्मियों के बैंक खातों में उन भारतीय सहयोगियों/ व्यापारियों के माध्यम से जमा किया गया था, जिनके पाकिस्तान में व्यापारिक हित हैं।
नौसेना के 11 गद्दार गिरफ्तार-
इस मामले में अब तक 15 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें 11 नौसेना कर्मी , मुंबई का व्यापारी मोहम्मद हारुन लकडावाला और मुंबई का ही अब्दुल रहमान अब्दुल जब्बार शेख और उसकी पत्नी पाकिस्तानी मूल की भारतीय नागरिक शाइस्ता क़ैसर भी शामिल हैं।
पिछले साल नवंबर में आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा थाने में सीआई सेल ने इस सिलसिले में मामला दर्ज किया था।
इसके बाद दिसंबर में एनआईए ने इस सिलसिले में मामला दर्ज कर जांच शुरू की थी।
व्यापार की आड़ में पाकिस्तान में जासूसों से मुलाकात-
एनआईए द्वारा इस साल मई में गिरफ्तार किया गया आरोपी मोहम्मद हारून हाजी अब्दुल रहमान लकड़ावाला सीमा पार व्यापार करने की आड़ में अपने आकाओं/ हैंडलर्स से मिलने के लिए कई बार कराची, पाकिस्तान का दौरा कर चुका है।
इन यात्राओं के दौरान वह दो पाकिस्तानी जासूसों अकबर उर्फ़ अली और रिज़वान के संपर्क में आया जिनके निर्देश पर उसने नियमित अंतराल पर नौसेना कर्मियों के बैंक खातों में पैसा जमा किया था।
चार्जशीट दाखिल-
एनआईए ने इस मामले में 14 आरोपियों के खिलाफ जून में अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया था।