मोदी सरकार शुतुरमुर्ग की हालत में : कांग्रेस
नई दिल्ली : कांग्रेस ने आज चीन मुद्दे पर मोदी सरकार बहुत ही गंभीर आरोप लगाते हुए उसकी तुलना शुतुरमुर्ग से कर दी है आज कांग्रेस मुख्यालय में शुक्ला ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि आज रविवार के दिन आपको तकलीफ दे रहे हैं, लेकिन मुद्दा ऐसा है कि तकलीफ देना बनता ही है। इसमें राजनीति की कोई बात नहीं है, दलगत राजनीति की कोई बात नहीं है, हम सब राष्ट्रवाद की बात करते हैं, हम सब राष्ट्रवादी हैं, इसलिए जब राष्ट्र के लिए ही कहीं अगर कोई खतरा पैदा हो रहा हो तो हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम आप लोगों के माध्यम से उसे देश के सामने रखें, सरकार के सामने रखें। या तो हमें धोखे में रखा जा रहा है, हमें गुमराह किया जा रहा है या सरकार खुद शुतुरमुर्ग की हालत में है कि बालू में सिर दिया हुआ है, उसको पता ही नहीं कि क्या हो रहा है।
जो ताजा हमारे पास सूचनाएं आई हैं और जो इस तरह की जो निष्पक्ष सिक्योरिटी एजेंसी हैं, जो सैटेलाइट तस्वीरें मीडिया में उपलब्ध हैं, जो आपको हमारा मीडिया विभाग शेयर करेगा, उसके हिसाब से भारत-चीन सीमा पर अब चीन जो है सतह से सतह की ओर मारने वाली मिसाइल के सारे साधन इस्टेब्लिश कर रहा है, वहाँ पर वो सुविधाएं बना रहा है और ये हमारे लिए बहुत खतरनाक है, क्योंकि उसके जरिए उनका जो मिसाइल का सिस्टम होगा, वो सीधे-सीधे भारत की सीमाओं और भारत के लिए बहुत खतरनाक बनने जा रहा है। ये पिक्चर्स पर देख सकते हैं और ये दो जगह विशेष रुप से हैं, Doka La और Naku La पास, Naku La पास जैसे आपको पता है, ये जो है 9 मई को हमारी भारत और चीन की सेनाओं के बीच में यहीं पर झडप हुई थी, हमारे 7 लोग जख्मी हुए थे और चीन के भी सोल्जर जख्मी हुए थे और ये जो हैं Doka La और Naku La पास, ये सबसे ज्यादा यहाँ कर रहे हैं, उसके अलावा ये हमें चारों तरफ से घेरने की कोशिश कर रहे हैं, जो बहुत चिंता की बात है।
आपको पता है कि जब डोकलाम का ईशू, पार्लियामेंट में हम भी इस बहस में शामिल हुए थे, बहुत समय से चल रहा हैं, उस समय भी सरकार को जो प्रीक्योशन लेने चाहिए थे, वो नहीं लिए। उस समय सुषमा स्वराज जी थी विदेश मंत्री, उन्होंने स्थिति स्पष्ट की थी राज्यसभा में, उसके बावजूद अगर स्थिति देखें तो वहाँ पर उन्होंने अपना ऐसा प्रभाव अब बनाया है, इस तरह से पूरी सेनाएं वहाँ पर डिप्लॉय की हैं, उससे हमारी पूरी अरुणाचल प्रदेश की सीमा के लिए खतरा बढ़ता है औऱ साथ-साथ पूरे नोर्थ ईस्ट के लिए, जो गौरव जी नोर्थ ईस्ट से हैं, आपको बताएंगे कि किस तरह से हमारी नोर्थ ईस्ट की सीमाओं पर चीनी सैनिकों का जमावड़ा बढ़ता जा रहा है।
आपको अगर याद हो तो 1 अगस्त, 2018 को हमारे मीडिया विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला जी ने उठाया था सिलिगुड़ी के ऊपर, इसके ऊपर हम जिसे चिकन नेक भी बोलते हैं, वहाँ पर आप देखें तो वहाँ पर उस समय से वो सारे इन्फ्रास्ट्रक्चर बना रहे हैं, उनकी गतिविधियां वहाँ पर चल रही हैं। अब उन्होंने सारा कुछ बना लिया है, हर तरफ से हमें घेरने का प्रयास चल रहा है। आपको पता है लद्दाख में क्या हुआ था, उत्तराखंड में लिपू लेक, वहाँ पर सड़क बना कर किस तरह से हमें घेरने की कोशिश कर रहे हैं, तो अगर लद्दाख सीमा को देखें, उत्तराखंड सीमा को देखें, पूरे नोर्थ ईस्ट को देखें तो हर जगह चीनी सैनिकों का जमावड़ा बढ़ रहा है और अब साथ-साथ जो मिसाइल के इस्टेब्लिशमेंट बनाने शुरु किए हैं, सरफेस टू सरफेस, सतह से सतह पर वार करने वाली मिसाइल के, ये हमारे लिए बेहद चिंता का विषय है।
मैं भारत सरकार से आग्रह करुंगा कि तत्काल इस मामले में राष्ट्र को विश्वास में लिया जाए, राष्ट्र को वस्तुस्थिति से अवगत कराया जाए, क्योंकि हमारा संकट क्या है कि रक्षा मंत्री कुछ बोलते हैं, विदेश मंत्री कुछ बोलते हैं, विदेश सचिव कुछ बोलते हैं, आदरणीय प्रधानमंत्री के यहाँ के कुछ बयान आता है, तो समझ नहीं आता है कि पूरा देश भ्रम की स्थिति में है कि असलियत क्या है। अब 14 सितंबर से पार्लियामेंट सेशन भी शुरु होने जा रहा है, मुझे लगता है कि सरकार को सबसे पहले, कोरोना के बाद इस पर बहस होनी चाहिए और देश के सामने स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए। क्योंकि उससे पहले 14 दिन हैं, सरकार को तत्काल देश को ये बताना चाहिए कि क्या ये मिसाइल सरफेस टू सरफेस मिसाइल के सेंटर जो बनाए जा रहे हैं, फैसिलिटी बनाई जा रही है, क्या ये समाचार सही है और ये हमारे लिए कितना घातक है, क्योंकि जो इंडिपेंडेड ऐजेंसी जो वहाँ से सैटेलाइट पिक्चर भेज रही है, ये झूठी तो हो नहीं सकती, तो सरकार को इस पर अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए, देश को गुमराह नहीं करना चाहिए और देश को इस मामले में किसी धोखे में नहीं रखा जाना चाहिए।