यूपी की योगी सरकार ब्राह्मण और अल्पसंख्यक विरोधी : आसिफ
नई दिल्ली : ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस एम आसिफ ने कहा है। कि जिस तरह से यूपी में ब्राह्मण और अल्पसंख्यक पर अत्याचार हो रहे है। उससे तो। अब यह साफ हो गया है। कि यूपी की योगी सरकार ब्राह्मण और अल्पसंख्यक विरोधी सरकार हे। आसिफ ने कहा है कि
यूपी की राजनीति में ब्राह्मणों का वर्चस्व हमेशा से कायम माना जाता रह है। आबादी के लिहाज से लगभग 12% ब्राह्मण हैं। 2017 में बीजेपी को ब्राह्मणों का पूरा सपोर्ट मिला लेकिन सरकार में उतनी हनक नहीं दिखी। जून-जुलाई के पिछले 11 दिन में 23 ब्राह्मणों की हत्या हुई हैं। योगी सरकार बनते ही जून 2017 में ऊंचाहार में 5 ब्राह्मण जिंदा जलाए गए।’इसके बाद लगातार ब्राह्मणों की हत्याओं के मामले सामने आए चाहे वह कमलेश तिवारी हत्याकांड रहा या मैनपुरी के नवोदय स्कूल की छात्रा की संदिग्ध आत्महत्या का मामला रहा हो अधिक चर्चित हत्याकांड या सुसाइड एक ही जाति के लोगों के हैं.’ इस सरकार में बीते दो साल में 500 से अधिक ब्राह्मणों की हत्याएं हुई हैं। आसिफ ने कहां की इसके साथ ही यूपी में अल्पसंख्यकों के साथ भी अत्याचार होते रहे है। अल्पसंख्यकों को बिन बजह ही योगी की पुलिस ने कई झूठे केस में फंसाया हे। तो वहीं धार्मिक आधार पर उनका सोषण होता रहा है। आसिफ ने कहा कि योगी सरकार यही नहीं रुकी है। सरकार ने कई ब्राह्मण परिवारों को भी परेशान किया है। जबकि यूपी के 56 मंत्रियों के मंत्रिमंडल में 9 ब्राह्मणों को जगह दी गई लेकिन दिनेश शर्मा व श्रीकांत शर्मा को छोड़ किसी को अहम विभाग नहीं दिए गए। श्रीकांत शर्मा के बारे में कहा जाता है कि उन्हें शीर्ष नेतृत्व की ओर से दिल्ली से यूपी भेजा गया है। जबकि 8 क्षत्रियों को मंत्री बनाया गया है और सभी को ब्राह्मणों से बेहतर विभाग दिए गए।
योगी को करीब से जानने वाले सूत्र बताते हैं कि क्षत्रियों में महेंद्र सिंह, स्वाती सिंह और चेतन चौहान को योगी का करीबी माना जाता है. ऑडियो प्रकरण के बाद भी स्वाती सिंह का विभाग नहीं बदला गया है जबकि ब्राहम्णों में कोई उनका करीबी नहीं है।
अगर सांसदों की बात करें तो बीजेपी ने 2019 लोकसभा चुनाव में यूपी में 15 ब्राह्मणों को टिकट दिया जिसमें 13 सांसद बने। आसिफ ने कहां की यही हाल अल्पसंख्यकों का भी रहा है उनकी हालात तो ब्राह्मणों से भी ज्यादा बुरी रही है। आसिफ ने कहा कि। अब वक्त आ गया है कि यूपी के ब्राह्मण और मुस्लिम एक होकर ऑल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के के साथ मिलकर अपनी आवाज बुलंद करके योगी सरकार को बता दे की उनकी बिना मर्ज़ी के यूपी में राज नहीं हो सकता।