बिहार को परिवारवाद से मिले छुटकारा, जयप्रकाश के सपनों का बने बिहार : आसिफ
नई दिल्ली। आल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट के राष्ट्रीय अध्यक्ष एस एम आसिफ ने कहा है कि बिहार चुनाव में अपनी पार्टी को बपौती बनाने वाले परिवारों से मुक्ति पाने का अवसर आ रहा है। चाहे बिहार में केंद्रित लालू प्रसाद यादव का राष्ट्रीय जनता दल हो , जीतेन मांझी का दल हो या कांग्रेस पार्टी। ये सब अपनी पार्टियों पर परिवार का कब्ज़ा बनाये रखने की जुगत करते हुए राज्य व केंद्र की सत्ता पर काबिज होने चाहते हैं। आम जनता की भलाई क्या करेंगी जो अपने आजमाए, समर्पित और वफादार नेताओं को किनारे लगाने में जुटे हुए हैं। इन्हें देश के मौजूदा संकट से कोई सरोकार नहीं है। लोकतंत्र और भारत का संविधान चंद हाथों में जनता को लूटने का हथियार बन गया है। आसिफ ने 1974 के बिहार आंदोलन को याद करते हुए कहा कि उस दौर के सत्ता में आने वाले नेताओं ने लोक नायक जयप्रकाश के बिहार व देश निर्माण के सपनों को चकनाचूर कर दिया है। एस एम आसिफ ने नई दिल्ली से जारी अपने बयान में कहा है की बिहार और देश गंभीर संकट के दौर में है। इस हालत में कुछ पार्टियां सत्ता में बने रहने की और कुछ सिद्धांतहीन तरीके से सत्ता हथियाने के लिए जुटी हुई हैं। देश उन्हें देख रहा है। और एक ईमानदार राजनैतिक विकल्प को खोज रहा है। उन्होंने बताया कि आल इंडिया माइनॉरिटी फ्रंट उस विकल्प को बनाने में कामयाब हुआ है। इस राजनैतिक विकल्प में सभी छोटे बड़े सहमना संगठनों को शामिल किया जाएगा। दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यकों वे समग्र विकास के संकल्प के साथ चुनाव में उनकी समुचित भागीदारी सुनिश्चित की जाएगी। हमारा मोर्चा जल्द ही अपना विज़न जानता के सामने रखेगा। उन्होंने कहा कि सत्ता में सभी वर्गों की भागीदारी और विजय नए बिहार की पटकथा लिखेगा। उन्होंने कहा यह मोर्चा धन-बल, के सामने जन-बल बनेगा।