नई दिल्ली (योगेश भारद्वाज) दिल्ली में लगभग 59 लाख लोगों के अंदर एंटीबॉडीज बन चुकी है।इस बात का खुलासा दिल्ली के दूसरे सिरो सर्वे रिपोर्ट Sero survey में हुआ है।मौलाना आजाद मेडिकल काॅलेज के साथ मिल कर दिल्ली सरकार की तरफ से कोरोना को लेकर 11 जिलो में किए गए दूसरे सिरो सर्वे की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट के मुताबिक दिल्ली में करीब 29.1 प्रतिशत लोगों में एंटीबाॅडीज पाई है, जबकि पहले सर्वे में करीब 22 प्रतिशत लोगों में एंटीबाॅडीज पाई गई थी। इसका अर्थ यह है कि दिल्ली में 29.1 प्रतिशत यानि करीब 59 लाख लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं, लेकिन अभी भी करीब 70 प्रतिशत से अधिक लोगों में कोरोना के संक्रमण का खतरा बना हुआ है। सर्वे में 18 वर्ष से कम आयु के 25 प्रतिशत, 18 से 50 वर्ष के 50 और 50 वर्ष से उपर के 25 प्रतिशत लोगों को शामिल किया गया था। करीब 28.3 प्रतिशत पुरुषों और 32.2 प्रतिशत महिलाओं में एंटीबाॅडीज मिली है। अगले महीने की एक तारीख से फिर से सर्वे शुरू किया जाएगा। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने प्रेस वार्ता के दौरान यह जानकारी दी। दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि दिल्ली में दूसरा सिरोलाॅजिक सर्वे कराया गया था। इसके लिए एक अगस्त से 7 अगस्त तक सैंपल लिए गए थे। इसकी रिपोर्ट आ गई है। पहले सिरोलाॅजिकल सर्वे में 22 प्रतिशत लोगों ने एंटीबाॅडीज पाई गई थी। एंटीबाॅडीज का अर्थ यह है कि यह लोग कोरोना से संक्रमित होकर अब ठीक हो चुके हैं। इस बार दिल्ली के अंदर सिरोलाॅजिकल सर्वे में 29.1 प्रतिशत लोगों में एंटीबाॅडीज पाई गई हैं। यदि दिल्ली की आबादी 2 करोड़ मान लें, तो इसके मुताबिक करीब 59 लाख लोगों में एंटीबाॅडीज बन चुकी हैं और वो लोग कोरोना से संक्रमित होकर ठीक हो चुके हैं।
स्वास्थ्य मंत्री सतेंद्र जैन ने कहा कि अलग-अलग जिले में अलग-अलग प्रसार देखा गया है। मसलन, नार्थ ईस्ट में 29 प्रतिशत, साउथ दिल्ली में 27, साउथ ईस्ट में 33, नई दिल्ली में 24 और पहले के मुकाबले में जो अंतर है, वह 6 प्रतिशत से लेकर 50 प्रतिशत तक देखने को मिला है। नार्थ ईस्ट जिले में पहले 27.7 था, जो बढ़ कर 29.6 हो गया है। इसी तरह, साउथ ईस्ट में पहले जहां 22 प्रतिशत था, वह अब बढ़ कर 33 प्रतिशत हो गया है। यहां पर करीब 50 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी हुई है। सर्वे में एंटीबाॅडीज की औसतन करीब 25 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई है।