नगर निगम ले गौवंश के अंतिम संस्कार की जिम्मेदार,राधारमण गौशाला नहीं करेगी घायल गौवंश उपचार
अलीगढ़। एक ओर योगी सरकार में गौवंश संरक्षण पर विशेष ध्यान देनें और मृत हो जाने पर पूरी संवेदना के साथ उसके अंतिम संस्कार किये जाने के अधिकारियों को निर्देश हैं,फिर भी स्थानीय नगर निगम इस सब को दर किनार कर वास्तविक गौवंश सेवा कर रही श्री राधारमण गौशाला को अपनी हठधर्मिता का शिकार बनाने पर तुला हुआ है।अगर ,ऐसा ही रहा तो यह गौशाला ,घायल गौवंश का उपचार कर पाने में असमर्थ हो जाएगी।। उक्त चेतावनी सासनी गेट ,आगरा रोड़ स्थित श्री राधा रमण गौशाला पर आयोजित प्रेसवार्ता में शासन-प्रशासन से वक्ताओं ने वेदना के साथ व्यक्त की। श्री राधारमण गौशाला समिति के सचिव अखिल मांगलिक ने बताया कि गौ भक्तों द्वारा दिए गए सहयोग व सीमित संसाधनों से यह गौशाला पिछले पांच वर्षों से संचालित है। जिसके द्वारा नगर निगम से भेजे गये घायल गौ वंश का स्वयं के खर्चे पर इलाज भी करा जाता है।अभी तक सैंकड़ों गौ वंश का इलाज कर उन्हें ठीक किया जा चुका है।लेकिन, इस समय इस गौशाला पर संकट के बादल छा रहे हैं।वजह नगर निगम कर्मियों की हठधर्मिता और उच्च अधिकारियों की अनदेखी है।जो, उप्र के सीएम योगी आदित्यनाथ की भावनाओं के विपरीत प्रतीत होता है। उन्होंने बताया पहले भी गौशाला की समस्याओं के संबंध में पूर्व मण्डलायुक्त अजयदीप सिंह की अध्यक्षता में नगर निगम को निर्देशित किया जा चुका है।साथ ही इस बात की जानकारी उप्र सीएम व गौ सेवा आयोग को भेजी जा चुकी है,लेकिन अभी समाधान प्रतीक्षारत है।जिसके चलते गौशाला संचालन में संकट के बादल छा रहे हैं।। प्रेसवार्ता में अध्यक्ष रामकुमार सादानी ने बताया कि नगर निगम व प्रशासन के द्वारा शासन से आर्थिक सहायता प्राप्त कई गौशाला का संचालन स्वयं किया जा रहा है, जहां पर्याप्त भूमि भी है। दुर्भाग्यवश मृत गौवंश को श्रद्धाभाव से वहां दफनाने की भी जगह है।लेकिन पिछले कई दिनों से निगम कर्मियों द्वारा गम्भीर गौ वंश को इलाज के नाम पर यहां छोड़ तो दिया जाता है,लेकिन उनकी मृत्यु हो जाने पर यहां से अन्यत्र ले जाकर उनके अंतिम संस्कार करने पर मना कर हीला हवाली की जा रही है। उपाध्यक्ष किशोर जौहरी व प्रवक्ता पंकज धीरज ने बताया कि निगम कंट्रोल रूम पर कई कई बार सूचना पर भी मृत गौवंश यहां से उठाया नहीं जाता,फलस्वरूप वो यहां कई कई दिनों तक पड़ा रहता है,मजबूरन आज,मंगलवार को भी 36 घंटों बाद भी ऐसी स्थिति पर परिसर में ही पूरी संवेदना पूर्वक बुरी तरह से फूल चुके तीन मृत गौवंश का अंतिम संस्कार करना पड़ा। प्रेसवार्ता में वक्ताओं ने स्पष्ट कहा कि जब तक नगर निगम स्वयं मृत गौवंश के अंतिम संस्कार की लिखित में गारंटी नहीं देगा,तब तक श्री राधारमण गौशाला प्रबंधन घायल व दुर्घटनाग्रस्त गौवंश का इलाज करने में असमर्थ रहेगी।। प्रेसवार्ता में उप सचिव गोपाल वार्ष्णेय,प्रबंधक मितेन्द्र शर्मा,गौ चिकित्सक विकास सिंघल,ओमवीर गुप्ता आदि उपस्थित रहे।