संकट के समय सरकार, समाज, सिनेमा, सहाफत “चार जान-एक जिस्म”
केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री श्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज यहाँ कहा कि समाज के किसी हिस्से
का सुधार “नियमों में जकड़” से नहीं बल्कि “नियत की पकड़” से मुमकिन हैं।
दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर प्रोफेशनल डेवलपमेंट इन हायर एजुकेशन के
कार्यक्रम में “राष्ट्र एवं पीढ़ी के निर्माण में पत्रकारिता, मीडिया और सिनेमा की भूमिका” पर
अपने सम्बोधन में श्री नकवी ने कहा कि सरकार, सियासत, सिनेमा और सहाफत, समाज के नाजुक
धागे से जुड़े हैं, साहस, संयम, सावधानी, संकल्प एवं समर्पण इन संबंधों को मजबूत बनाने का “जांचा-
परखा-खरा” मंत्र हैं।
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